उनके दिल से कुछ लोग उतर गए...मत पूछो के फिर वो किधर गए...कुछ को नियत-ए-शौख अब भी होगा...पर कुछ लोग खेल-ए-मोहब्बत से ऊब गए।। -
उनके दिल से कुछ लोग उतर गए...मत पूछो के फिर वो किधर गए...कुछ को नियत-ए-शौख अब भी होगा...पर कुछ लोग खेल-ए-मोहब्बत से ऊब गए।।
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तुम वहां थे, तो खामोश क्यों थे..अगर खामोश थे, तो वहां क्यों थे।।तुम आज़ाद थे, तो घर ही मैं क्यों थे,जे घर ही में रहे तो भला आज़ाद क्यों थे।। -
तुम वहां थे, तो खामोश क्यों थे..अगर खामोश थे, तो वहां क्यों थे।।तुम आज़ाद थे, तो घर ही मैं क्यों थे,जे घर ही में रहे तो भला आज़ाद क्यों थे।।
हर शय में ढल चुका हूं, जोर से हस्ता नहीं...मैं टूटता तो अब भी हूं, पर बिखरता नहीं। -
हर शय में ढल चुका हूं, जोर से हस्ता नहीं...मैं टूटता तो अब भी हूं, पर बिखरता नहीं।
पीने पिलाने के बातें न करो...हम को पिलाया करो।।देखो तुम बकवास मत करो,शायरी किया करो.... -
पीने पिलाने के बातें न करो...हम को पिलाया करो।।देखो तुम बकवास मत करो,शायरी किया करो....
मैं पार हो गया...सहर से शाम हो गया अफरातफरी से आराम हो गया।बिखर के ज़ार ज़ार हो गया,टुटके दीवार हो गया।।कश्तियों से पार हो गयादरिया कोई बेशुमार हो गया... -
मैं पार हो गया...सहर से शाम हो गया अफरातफरी से आराम हो गया।बिखर के ज़ार ज़ार हो गया,टुटके दीवार हो गया।।कश्तियों से पार हो गयादरिया कोई बेशुमार हो गया...
उन्हे सबकुछ होने का गुरूर है....हमें कुछ नहीं होने का घमंड.... -
उन्हे सबकुछ होने का गुरूर है....हमें कुछ नहीं होने का घमंड....
जी को रह रह के दर्द होता है...क्या कोई यार... ऐसा यार होता है.. थक चुके है कदम चलते चलते..अब ठहरके मंजिलों का इंतजार होता है..जी को रह रह के दर्द होता है...अपना पराया कोन है क्या मालूम सनमहम को हर शक्श पे कहां एतबार होता है...जी को रह रह के दर्द होता है...परेशानियां रहीं,जबतक नादानियां चलीं...बाद तजुर्बे के सब इख्तियार होता है...जी को रह रह के दर्द होता है...क्या कोई यार... ऐसा यार होता है..(2) -
जी को रह रह के दर्द होता है...क्या कोई यार... ऐसा यार होता है.. थक चुके है कदम चलते चलते..अब ठहरके मंजिलों का इंतजार होता है..जी को रह रह के दर्द होता है...अपना पराया कोन है क्या मालूम सनमहम को हर शक्श पे कहां एतबार होता है...जी को रह रह के दर्द होता है...परेशानियां रहीं,जबतक नादानियां चलीं...बाद तजुर्बे के सब इख्तियार होता है...जी को रह रह के दर्द होता है...क्या कोई यार... ऐसा यार होता है..(2)
जस का तस है,ख्वाहिशों वाला मन बेबस है।अब के बस ये सुकून है, जान लेने वाला जां का ही एक्स है... -
जस का तस है,ख्वाहिशों वाला मन बेबस है।अब के बस ये सुकून है, जान लेने वाला जां का ही एक्स है...
જોવા માટે આંખ નહીં નઝર રાખવી પડે.. -
જોવા માટે આંખ નહીં નઝર રાખવી પડે..
પામવા થી કઈંક જટાઈ ગયું,આપવા થી કઈંક લભાઈ ગયું,બે દિન નું આ જીવન.....બે રાત ના ઉજાગરા માં કપાઇ ગયું. -
પામવા થી કઈંક જટાઈ ગયું,આપવા થી કઈંક લભાઈ ગયું,બે દિન નું આ જીવન.....બે રાત ના ઉજાગરા માં કપાઇ ગયું.