लोग फकीर रहतें हैं पर खुद को शंहशाह समझते हैं, आईना दिखाना पड़ता है उन्हें उनकी हैसियत का तब जा कर अपना कपड़ा और शक्ल ठीक करतें हैं
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ना जाने क्यो
बनारस से इतना लगाव है
जब भी,जब भी सुनती हूँ नाम बनारस
बैचेन हो उठता है ह्रदय
खो जाती हूँ मैं दिवा स्वप्न में
भ्रमण कर रही हूँ मैं पहन घाघरा चोली
झूल रहे हवाओं में मेरे अष्टधातु झुमके
लहरा रहीं लटें मेरी बलखाती नागिन की तरह
दौड़-दौड़ मैं खोज रही मणिकर्णिका घाट
#हठी
#Ziddynidhi-
जरा ठहरो तो तुम,
तुम्हारा भी वक्त आयेगा
फूल बोने वाले को फूल मिलेगा
कांटे बोने वाले को कांटे 😁-
तुम दोनों को, तुम्हारा अपना कोई अलग कर खुश है, और तुम उसके खुश से खुश हो क्योंकि वो तुम्हारा अपना सगा है, तो तुम दोनों के अलग होने का मलाल मत करो, सामने वाले की गलती मत निकालो क्योंकि जिसने तुम्हें अलग किया वो खुश है और तुम उसके खुश में खुश हो
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इंसान की खुशी में कौन कौन शामिल था, इसान भूल जाता है पर उसके दुःख में कौन कौन नहीं शामिल था वह यह बात कभी नहीं भूलता
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सबका भला हमनें चाह,,,, हमारा भला किसने चाह,,,, कुछ ने अपने रूतबे के लिए गिरवीं रख दिये जज्बात हम दोनों के....
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Mother's Day हर एक को मनाना है,
माँ के आँचल में सर रख कर सभी को सोना है,
माँ के हाथों का खाना हर किसी को खाना है,
माँ का लाडला हर एक को बनना है.......
पर बेटी पैदा किसी को नहीं करना है,,,,
कोख में बेटी को जहर देना है हर एक को,
बेटी पैदा होते ही उसे मार देना है
...... पर माँ चाहिए हर एक को,
माँ जिदंगी भर साथ रहें
....... पर बेटी की जिंदगी छीननी है हर किसी को,
..... वाह रे दोगला समाज...!!!!
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बहकने के बाद मुझे याद आया की मैं होश में था
उलझनें के बाद मुझे यकीन हुआ की मेैं तो सुलझा हुआ था...!!!!-