कभी-कभी आप जिस स्थिति से गुज़रे उसे व्यक्त करना बहुत कठिन है।
जिन लोगों को आप जानते हैं उनके द्वारा स्वीकार न किए जाने का दर्द कठिन है।
आघात, चिंता, भय, अवसाद, अनिद्रा से गुजरना कठिन है।
यह देखना कठिन है कि कोई भी आप में यह सब नहीं समजना चाहता है।
आपके द्वारा सामना किया गया प्रत्येक क्रूरता, प्रत्येक घृणास्पद व्यक्ति का सामना करना कठिन है।
अंत में आपके मन में जो बात जमा हुई वह कठिन है।
इतना सब होने के बाद अपने लिए खड़ा होना कठिन है।
और अपने हक के लिए आवाज उठाना भी कठिन है।
खुदकी गलती ना होनेके बावजूद खुद को ऐक और मौका देना कठिन है।
लेकिन एक बार जब आप यह सब स्वीकार कर लेते हैं और अपने लिए लड़ते हैं तो दूसरों के लिए यह देखना कठिन हो जाएगा जिन्होंने आपके साथ एक इंसान की तरह व्यवहार नहीं किया।
लड़ो, चिल्लाओ, जो तुम महसूस करते हो उसे व्यक्त करो क्योंकि आपको एक सामान्य इंसान की तरह जीने और महसूस करने का पूरा अधिकार है
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