Jha Pallavi Jha Writer  
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Joined 4 July 2021


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28 FEB 2022 AT 10:28

Science is that,
which merges physics chemistry biology,
Which identifies the engineer doctor and scientist,
in which there is a knowledge about everything,
that's what science is called .— % &

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28 FEB 2022 AT 9:09

ये झुकी नजर तेरी कमाल लगती है
सुबह अगर चेहरा देख लू तेरी
मने को घायल करती है— % &

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27 FEB 2022 AT 17:13

My eyes start to speak,
questioning myself,
goes from the root to not go
away from you,
it understands your silence,
when you are separated from me, it rains on its own.— % &

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27 FEB 2022 AT 17:09

जब सुकून चाहा
तुम हर पल मुझसे दूर हो गए
ना जाने क्यों मुझसे तुम रूठ से गए
अजीब कशमकश में में फस जाती हूं
फिर भी तेरी बाहों में आकर सुकून पाती थी
न जाने क्यों वह लम्हा भी मुझसे खो गया— % &

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27 FEB 2022 AT 10:48

सुबह एक कप चाय के साथ तेरी याद आती है
न जाने क्यों मुझे बार-बार सताती है
साथ में पिए हुए चाय की गर्माहट आती है
अजीब आदत लगा दिए हो सनम तुम
दूर रहते हो पर इन प्याली के साथ
सुबह सुबह तुम याद आ जाते हो
इस कदर सताना कब छोड़ोगे तुम
मुझे सुबह-सुबह अपनी यादों से दूर करोगे कब
इतनी ही बेता कर देते हो मुझे
सुबह तुम चाय के साथ
दिल करता है तुझसे लिपटकर
तेरे होठों की लाली जूस लू — % &

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26 FEB 2022 AT 22:38

मत रख मेरा ख्याल
मत कर मेरी परवाह
तुम मेरे बगैर रह सकते हो
तो क्यों पूछते हो
अपने दोस्तो से मेरा हाल— % &

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26 FEB 2022 AT 19:39

आज कोरे कागज पर अपने
दिल की जज्बात लिख देती हूं
तेरे हर अल्फाज लिख देती हूं

हमदोनो की मोहब्बत की
वो पल लिख देती हूं
हर एक राग जो तुझसे जुड़ी है
वो खुले आम लिख देती हूं


आज कोरे कागज पर
अपनी मोहब्बत की इतिहास लिख देती हूं
हमारी अटूट रिश्ते की
हर एक बुनियाद लिख देती हूं

आज मैं सारे जमाने को
अपनी मोहब्बत से रूबरू कराती हूं
बरसों से छुपी हुई तेरी मोहब्बत को
आज कोरे कागज पर सरेआम लिख देती हूं — % &

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26 FEB 2022 AT 12:17

महादेव जैसा रंग रसिया है
देखने में वो सावला है
सबके दिल पर वो राज करता है
जो मेरे मन को भाता है
— % &

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26 FEB 2022 AT 12:11

जब भी लिखती हूं
बस तेरे बारे में लिखती हूं
न जाने मुझे क्या हो गया है
मेरी कलम भी बस तेरी ही ख्वाब लिखती है
जो बातें लफ्जों से बयां नहीं कर पाती हूं
इन कोरे कागजों में उतार देती हूं


— % &

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25 FEB 2022 AT 21:22

हर वक्त आई लव यू कह के
प्यार जताना नहीं आता
हर पल अपनी प्यार के ही बारे में
तारीफ करना हमें नहीं आता
मैं अजीब किस्म की मोहब्बत
करती हूं जान
मुझे तुम्हें दिखाना नहीं आता
जब मैं साड़ी पहनूं तो समझ जाना
आज हर जगह तुम्हारी ही तारीफ होगी
बस इस कदर ही मुझे
मोहब्बत करनी आती जान
क्या करूं सब की तरह मुझे दिखाना नहीं आता— % &

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