Jg Varsha  
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बस इतनी सी ख्वाहिश है कि मेरा नाम ही मेरी पहचान बने ❤️
Joined 28 March 2020


बस इतनी सी ख्वाहिश है कि मेरा नाम ही मेरी पहचान बने ❤️
Joined 28 March 2020
1 AUG 2024 AT 14:23

Zindagi

Us mod par khadi hai jahan

Har apne se baat kar ke lagta hai
ki baat nhi karna tha ...
Kisi se bhi dard baatne ke baad lagta hai
ki waha chup rehna tha...
Safar ke sab sathi hai
par sath ki ummid nhi karni thi..

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30 JUN 2024 AT 20:21

तय होता है छूटना कुछ चीजों का

स्कूल जाते ही मां के गोद का छूटना
स्कूल खतम हो तो स्कूल के दोस्त का छूटना
पढ़ाई खत्म हो तो बचपन के खेल छूट जाते है
पैसे कमाने जाओ तो घर जाने के रेले छूट जाते है
लड़कियों के हिस्से में तो छूटना जैसे विधाता ही लिखकर भेज देते है
ब्याह करो तो मां बाप का साथ छूट जाता है
फिर जिस घर में बचपन बिताओ वो भी अपना नही रहता
ना अपना होता है वो रात बिताए बिस्तर
ना वो सालिको से सजाया अलमारी का कोना
ना वो कमरा अपना होता है
ना ही वो घर..!

जिन चीजों से जुड़ी यादें आपके लिए अनमोल हो वो भी बेकार पड़ी पड़ी फेक दी जाती है।

वो बालक सा हट करना,,वो तितलियों के पीछे पड़ना..वो बालों में लगे रिबन,,
वो अपनी शैतानियों से मुस्कुराता घर आंगन
सब खतम

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12 MAY 2024 AT 1:44

हर कहानी जुबां मोहब्बत की नही कहती
कुछ के अल्फाज बंद कर दिए जाते हैं मुट्ठी के तले ।

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30 APR 2024 AT 23:37

वक्त को अब थोड़े और वक्त की जरूरत हैं।

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16 JAN 2024 AT 0:23

साथ होना......!
साथ रहना और साथ होने में कई कदमों के फासले होते है

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16 JAN 2024 AT 0:07

तुझसे प्रीत का सिलसिला...,
शाम ढलते ही तुम्हारी यादें इस दिल को दस्तक दे जाती है,
खुद रोती है फिर खुद ही अपने घाव पर मरहम लगाती है ,
कोई है जो हर पल सांस लेता है इस दिल में ये सोच,
फिर खुद ही तुम्हारी तस्वीर बना कर मुस्कुराती है ।

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5 JAN 2024 AT 18:03

शांत जैसे कोई गहरा सरोवर
शीतल जैसे चांद की रोशनी
लहराए तू जैसे उमड़ता समुंद्र
चहके जैसे बागियों में विहग !

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8 FEB 2022 AT 6:32

बहुत ख्वाब देखे थे हमने भी उड़ने के
फिर हमे उनसे मोहब्बत हुई
और एक एक कर मैने अपने सारे ख्वाब जला डाले

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26 NOV 2021 AT 20:38

तू जो कहे तो मैं सांस लेना तक छोड़ दू..
ये सपने देखना छोड़ना कौन सी बड़ी बात है।

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29 OCT 2021 AT 22:43

दीवाली की रात जिन दीयों से सारा घर जगमगाता हैं,
सूरज की पहली किरण पड़ते ही उन्हें समेट कर फेंक दिया जाता हैं..!

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