कच्ची मिट्टी के मकानों में रहने वाले,शहर दर शहर ऊंची इमारतों..का निर्माण करते हैं...!~~ समर्पितमजदूर दिवस.. -
कच्ची मिट्टी के मकानों में रहने वाले,शहर दर शहर ऊंची इमारतों..का निर्माण करते हैं...!~~ समर्पितमजदूर दिवस..
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तो हर किसी को है,सवाल तो यह है कि..भूख मिटी किस ~किसकी है ..? -
तो हर किसी को है,सवाल तो यह है कि..भूख मिटी किस ~किसकी है ..?
कहीं तो,ज़िंदगी के किसी मोड़ पर भी...जो कुछ भी मेरा मुझसे लेकर गए हो..वो सब वापस लौटाने को,हां,..एक आखिरी बार..!! -
कहीं तो,ज़िंदगी के किसी मोड़ पर भी...जो कुछ भी मेरा मुझसे लेकर गए हो..वो सब वापस लौटाने को,हां,..एक आखिरी बार..!!
तुम्हारे बीच सफ़र में छोड़ जाने के बाद,तन्हाई को चुना है मैंने,क्योंकि तुम्हारे बिन कुछ कहेबिछड़ जाने का दर्द झेला है मैंने..! -
तुम्हारे बीच सफ़र में छोड़ जाने के बाद,तन्हाई को चुना है मैंने,क्योंकि तुम्हारे बिन कुछ कहेबिछड़ जाने का दर्द झेला है मैंने..!
हर के हिस्से में नहीं आता,कुछ लोगों की ज़िंदगी,अमावस्या में ही गुज़र जाती है.. -
हर के हिस्से में नहीं आता,कुछ लोगों की ज़िंदगी,अमावस्या में ही गुज़र जाती है..
जल जाना ज़्यादा बेहतर है, ताउम्र सुलगते रहने से...!!! -
जल जाना ज़्यादा बेहतर है, ताउम्र सुलगते रहने से...!!!
और जिनके हक़ में मुकम्मल इश्क़ नहीं,उनकी होली बेरंग..! -
और जिनके हक़ में मुकम्मल इश्क़ नहीं,उनकी होली बेरंग..!
राज़ ही रहने दो,अगर खुले तो,बहुत से घर बिखर जाएंगे..! -
राज़ ही रहने दो,अगर खुले तो,बहुत से घर बिखर जाएंगे..!
पहले तुम जुदा हुए हमसे,फ़िर ख़ुद से जुदा हुए हैं हम,तुम्हें ही भूलना चाहतें हैं,और तुममें ही उलझे हुए हैं हम..!! -
पहले तुम जुदा हुए हमसे,फ़िर ख़ुद से जुदा हुए हैं हम,तुम्हें ही भूलना चाहतें हैं,और तुममें ही उलझे हुए हैं हम..!!
कभी कभी बहुत कुछ कहने को दिल करता है,फ़िर लगता है,कोई कुछ न पूछे और सब समझ जाए..। -
कभी कभी बहुत कुछ कहने को दिल करता है,फ़िर लगता है,कोई कुछ न पूछे और सब समझ जाए..।