परछाई भी साथ छोड़ गई थी, जब वक्त ने करवट बदली थी,
वक्त फिर बदला हे और लोगों ने महफ़िल सजाली मेरी खातिर ।-
उधड़ी हुई जिंदगी को सीये जा रहा हूँ।।
कुछ ख्वाब है, जो... read more
"ज़िंदगी मे हार गया सब कुछ, बहुत कुछ जीतने के बाद,
कुछ इस तरह टूट कर बिखरा हूँ आज फिर इतना जुड़ने के बाद।"
-
जूनून चाहिए ज़िन्दगी को अपनी तरह जीने के लिए,
परिस्थितिया कभी किसी का साथ नहीं देती ।-
जिस दौर से इन दिनों गुज़र रहा हूं मै,
हर शक्स को जरूरत हे मेरी, अपनी जरूरत तक ।-
खुशी मिली हे इन आँखो को दीदार से उनके,
वरना तो ये ज़िन्दगी बेज़ार पड़ी थी कब से।-
जस्न मनाते थे, जिनके साथ कभी,
अब उनकी यादों के सहारे जी लेते हैं,
मोहब्बत लुटाया करते थे जिन पे हम,
अब उनकी नफ़रत से किनारा कर लेते हैं ।-
आँसू क़ैद थे हज़ारों मेरी आँखो मे,
तेरी याद आई और उन्हें रिहाई मिल गई ।-
ग़ैरों ने उठाया हे आज़ मुझे कंधों पे अपने,
मेरे अपने मुझे जलाने की तैयारी जो कर रहे ।-
दर्द भी गहरा वही देतें हे, जिनसे रिश्ते गहरे होते हे,
अपने बनकर रहते वो, जिनके चेहरे पे कई चेहरे होते हे ।-