આજે હું બેઠો છું , ખુલ્લા આસમાનની નીચે,
ચિંતાઓ થી દુર, તારાઓ ની સાથે મહેફિલ જમાવીને,
નથી હે જુવાની નો જોશ, કે નથી હવે રૂપિયા કમાવી ઉતાવળ,
મૂડી ના વ્યાજ સાથે બેઠો છું, ચાંદાને મામા બનવા.-
हा में मानता हूं, कि प्यार का इज़हार नही करपाता हूं में,
बस में अंदर ही अंदर प्यार भर आहे भर लेता हूं में ।-
लोगो को लगता है, इंसाफ मिल रहा,
कुछ न मिलने से बेहतर, कुछ तो मिल रहा है,
आज सांस छोड़ कर जा रही है, साथ सवाल छोड़ कर,
तू ने किस को मत दिया है, जिस की सजा सिर्फ मोत है ।-
में सूरज से पहले,
तेरे घर के सामने खड़ा हूँ,
तुम हरोज़ देखती हो मुजे,
ओर नज़र अंदाज़ भी करती हो,
जब में न दिखूं तेरे इंतज़ार करते हुए,
तब मान लेना
एक बिखरा हुवा तारा
तेरे दिल मे समा गया ।-
મળી જાય સાથ તારો, તો જિંદગી રંગીન થઈ જાય,
તો આ નીરસ દરિયા કિનારો, પણ હસીન થઈ જાય-
हाथ मे बड़ी डिग्री,
वो भी बड़े फि देकर कॉलेज से लाई है,
थोड़ा तो काम दिला दो,
अब सब की निगाह है इस बेरोज़गार पर ।-
अब क्या बेचू,
कुछ बचा ही नही मेरे पास,
सिर्फ़ कुछ यादें है,
सुनहरे सपनो की ।-
कई साल आये और चले गयें,
सबको नये साले की मुबारक भी दी,
पर मुझे तो तू ही चाहिए ,
जो बिता सके साथ मेरे सारी जिंदगी ।-
मेरे कहने से पहले जान लेती हो ,मेरे मन की बात,
उलझनों का ताज ले के में, फिरता जो हु में,
किस लहज़ीब में बया करू तुम, अपना हाल,
मेरे मन की बात जानते हुए भी,
फिर भी चाहती हो प्यार का इज़हार ।-