चाहने से किसे मिलते हैं तमन्नाओं के शहर,चलना भी जरुरी है मंजिल को पाने के लिए। -
चाहने से किसे मिलते हैं तमन्नाओं के शहर,चलना भी जरुरी है मंजिल को पाने के लिए।
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ख्वाइशों की महफ़िल सेहमने खुद को आज़ाद कर रखा हैबस जिंदगी को उलझनों ने हमे कुछ यू बर्बाद कर रखा हैकि शिकस्त खाकर इस मुसाफिर नेखुद को नजरअंदाज कर रखा है... -
ख्वाइशों की महफ़िल सेहमने खुद को आज़ाद कर रखा हैबस जिंदगी को उलझनों ने हमे कुछ यू बर्बाद कर रखा हैकि शिकस्त खाकर इस मुसाफिर नेखुद को नजरअंदाज कर रखा है...
छमछमाते बारिशो की दिलकशी अपनी जगह पर,इस सब के दरमियाँ, चाय कमी अपनी जगह... -
छमछमाते बारिशो की दिलकशी अपनी जगह पर,इस सब के दरमियाँ, चाय कमी अपनी जगह...
वादा नहीं कोई तेरा,फिर भी इकरार है...लॉकडाउन के बाद भी, हमें चाय का इंतेजार हैं... -
वादा नहीं कोई तेरा,फिर भी इकरार है...लॉकडाउन के बाद भी, हमें चाय का इंतेजार हैं...
उसका नजरिया मेरे नजरिये से अलग था,शायद उसे वक्त गुजारना था और हमे सारी जिन्दगी... -
उसका नजरिया मेरे नजरिये से अलग था,शायद उसे वक्त गुजारना था और हमे सारी जिन्दगी...
बात बस इतनी सी नही हैकी जिसने तेरे दम से मुस्कुराना सिख था वो तेरी हँसी ले गयातूने जो सोचा था बस वो तेरी वो खुशी ले गया...जब तेरे दम से उसने मुस्कुराना सिख लिया थातो वो बस अपने हिस्से की जिंदगी ले गया... -
बात बस इतनी सी नही हैकी जिसने तेरे दम से मुस्कुराना सिख था वो तेरी हँसी ले गयातूने जो सोचा था बस वो तेरी वो खुशी ले गया...जब तेरे दम से उसने मुस्कुराना सिख लिया थातो वो बस अपने हिस्से की जिंदगी ले गया...
जब टूट के चूर हो जाते है हमथोड़ी दूरी बनने लगता है गमएक चाय की चुस्की☕☕☕और फिर से खड़े हो गए हम... -
जब टूट के चूर हो जाते है हमथोड़ी दूरी बनने लगता है गमएक चाय की चुस्की☕☕☕और फिर से खड़े हो गए हम...
मायने जिन्दगी के बदल गए अब तो,कई सपने मेरे बदल गए अब तो,करते थे बात कभी आंधियो में साथ बैठ के चाय पीने की,हवा चली और सब बिखर गए अब तो... -
मायने जिन्दगी के बदल गए अब तो,कई सपने मेरे बदल गए अब तो,करते थे बात कभी आंधियो में साथ बैठ के चाय पीने की,हवा चली और सब बिखर गए अब तो...
कि ख्वाब तुमया वो मंजिल,जिसके हम मुसाफिर नही... -
कि ख्वाब तुमया वो मंजिल,जिसके हम मुसाफिर नही...
बड़ा पछ्ताओगे... -
बड़ा पछ्ताओगे...