ख़ुशी से दूर गम के पास हूँ में ।
आजकल बेवजह उदास हूँ मे।। 🙂-
click on below link👇
इतना ना दूर जाओ मुझसे।
के तुम्हारी यादें जीने नहीं देती है।।
महफ़िल में तो बेठ जाता हूँ पिने।
पर कम्भक्त तुम्हारी क़सम पिने नहीं देती है ।।-
Naa jane hum Konsi shikayaton ke shikar ho gaye..
Jitna dil saaf rakha utne gunahgar ho gaye💔
-
हालात मेरे मुझे हर पल संवार रहे है।
और
जज़्बात मेरे मुझे हर पल बिगाड़ रहे है
-
आसानी से मिली हुईं चीज़ कहा रास आती है।
उनसे पूछो एक वक्त की रोटी की क़ीमत ,जिसे कमाने में उनकी पूरी उम्र गुजर जाती है-
मेरी माँ!
मेरे दर्द की 'आह' से पहले मेरी माँ दौडी चली आती है
मुझे दर्द का एहसास होने से पहले, मेरी माँ की आंखे भर आती है
मेरी छोटी सी चोट , मुझसे ज्यादा दर्द मेरी माँ को दे जाती है।
बुखार मुझे आता है, और रात भर सो, वो नही पाती है
पूरी रात मेरे सिरहाने बैठकर, मेरा सर बड़े प्यार से सहलाती है
पापा के गुस्से के बीच में, हमेशा मेरी ढाल बनके खड़ी हो जाती है
वो माँ ही है, जो हर दुख,दर्द,कठनाई में सबसे पहले याद आती है
जब कभी हमारी ही गलती से वो हमसे रुठ जाती हैं
तो प्यार देखो माँ का,कुछ देर बाद खाने की प्लेट लेकर खुद ही मनाने आती है
के.. अपने दुख दर्दो को परे करके, हमे हर खुशियां देना चाहती है
अरे! जीवन भर वो इतने SACRIFICE करती है, तभी तो माँ कहलाती है।
तभी तो माँ कहलाती है ♥️
dedicated to all the mothers around the globe ♥️🌍
-
अभी कुछ दिन घर मे ही मस्त रहो।
अपने जरुरी या दूसरे कामो में वयस्त रहो।।
घर से बाहर फिलहाल नही जाना हैं।
हमे दूर-दूर रहकर ही इस महामारी से पार पाना है।।
देश वासियों के स्वास्थ्य के लिए थोड़ा दान करो।
देश को गर्व हो आप पर, काम ऐसा कुछ महान करो।।
ज़िंदा रहोगे तो शादियाँ फिर कर लेना।
अभी तो है जैसे सबके साथ कोरोना को भी न्योता देना।
कामना करता हु आप लोगो मे इतनी तो समझ होगी।
कुछ खुशीयां पाने के चककर में, आप बनना तो नही चाहेंगे रोगी।।
मृत्यु के बाद आपके कोई करीब भी नही आएंगे।
आप स्वयं तो जाएंगे, साथ मे अपनो को खतरों ओर पीड़ा में डाल जायेंगे।।
इसलिए थोड़ा समझदारी के साथ सतर्क भी रहिये।
और यही मेरी यही कुछ लाईने अपनो से भी कहिये।।
धन्यवाद 🙏-
जरा रहम कर ए- ज़िन्दगी।
थोड़ा तो संभल जाने दे।।
अरे हँस के सह लेंगे तेरा अगला झक्म भी
पहले वाला तो थोड़ा भर जाने दे।-
जीवन के हर अँधेरे में, वह रोशनी दिखाता है।
परिवार से समय लेकर,अपने शिष्यों के लिये समय बचाता है।
जो जीवन भर हे सीखा, वह ज्ञान हमसे सांझा कर जाता है।
अपने अनुभवों से सीखकर, हमे कठिन राहो पर चलना सिखाता है।
हर समय स्वयं को भाँति - भाँति के शिष्यो से घिरा हुआ पाता है
वह शिक्षक ही है, जो अपने ज्ञान से साधारण बालक को भी महान बनाता है ।-