5 जनवरी ♥️
5 जनवरी क्या है मेरे लिए ये में पिछले साल (04-01-18) को भी बता चुका हूँ
5 जनवरी एक ऐसा दिन जिसका इंतज़ार में एक दिन पहले की मग्रीब की शब से करने लगता हूँ ताकि मुझसे पहले कोई उसे उसका जन्मदिन विश ना कर सके ।।।
इस दफ़ा भी मेने इस दिन का इंतज़ार एक दिन पहले से करना सुरु किया मगर इस दफ़ा नया ये किया की मेने उसे ना तो एक दिन पहले विश किया ओर ना ही अगले दिन
विश ना करने के पीछे मेरी अपनी कोई वजह है, जो सायद वो कभी पूछेगा तो बताऊँगा 😊
ख़ैर जब मुझे अपने सवालों के जवाब मिल रहें हैं या यूँ कहें कि मिल गये हैं तो सोचा कियूँ ना उसे unofficial तरीक़े से ही सही और बिलेटेड ही सही विश तो कर ही दिया जाए ।
Belated Happy B’day 😘
Sorry 😕
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Onestep ahead to become a CA
Yes An Introvert
Pahla Piyar (Chaye)❤😘
Marwari Chora... read more
यूँ तोह जनवरी का महीना हर साल आता है
मगर पिछले 2 सालों से जनवरी कुछ खास सी हो गयी है
कुछ याद रहे या न रहे मगर जनवरी की वोह तारीख हमेशा याद रहती है
चाहे कितना भी मशरूफ होऊं मगर उस वक़्त, वक़्त निकाल ही लेता हूँ
जनवरी की वोह 5 तारीख
वेसे तारीखें याद रखने में बड़ा बुरा experiance है मेरा
मगर इस तारीख में ना जाने ऐसा क्या है जहन से निकलती ही नही है
5 तारीख, शायद यह इतनी खास है की 4 तारीख की मगरिब में ही उसे विश कर देता हूँ ताकि मुझसे पहले उसे कोई विश न कर पाए 😉
एक एक दिन गिना है मेने
और न जाने कितनी ना गुजरने वाली राते गुजारी हैं
इस दिन के इंतज़ार में
ताकि उसे कह सकूँ
"जन्मदिन मुबारक हो"
"जन्मदिन मुबारक हो"
🎂🎉💞
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वो ख़त जो तुझे भेजने की हिम्मत ना हुई,
रोज़ पढता हूँ तो सोचता हूँ...
अगर तू पढ़ती तो क्या सोचती ???-
एक दिन बैठे बैठे मुझे अपनी दुनिया बुरी लग गयी,
जिसको आबाद करते हुए मेरे माँ बाप की ज़िंदगी लग गयी !
सब सवालात असबर थे जो इश्क़ के बाग़ में पूछे गए मुझसे
पर सिफ़ारिश पर इस महकमे में किसी ओर की नौकरी लग गयी !
#तहज़ीब 🖤-
सुनो! हाँ तुमसे ही कह रहा हूँ!
जो तुमनेमोहबत मे
ज़रा सी ईमानदारी दिखाई होती,
तो बात यूँ बढ़कर
इस किताब तक ना आयी होती!
और अब तुमसेकोई ख़ास
गिला-िशकवा भी नही मगर
मुझेआज भी याद है कैसे तुमने
जायज़ ढंग सेएक आिख़री अलिवदा
कहनेकी भी मोहलत ना दी थी -
और बस इसी एक बात का मलाल उम भर रहेगा ,
की तुमनेएक रोज़ बस चीज़े अचानक से खत्म कर दी !
और
शायद मोहबत के दौर की
सबसे ख़राब बात यही है
की आपको इस बात की भी ख़बर नही होती
की आपकी कौनसी मुलाक़ात आखिरी है!
चीज़े अचानक से चलते चलते ऐसे खत्म
होगी की आप को समलने का भी वक़्त नही मिलेगा,
आप बस यूँ ही आखिर मे तन्हा ही
अपने बिकरे टूकड़े समेटते रहोगे!-
माना एक आँचल था
जो हाथ में आते-आते छूट गया,
माना जैसे एक वादा हो
जो पूरा होते- होते टूट गया !
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Haram is Haram
Even if Everyone is Doing It.
Halal is Halal
Even if You’r the Only One Who’s doing It.🌸-
शायद ये वक़्त हमारा नहीं है...
शायद हम दोंनो ही एक दूसरे की मोहब्बत के लिए तेयार नहीं थे या यूँ कहें की तुम !
मगर वादा रहा तुमसे ,
हम फिर मिलेंगे किसी दूसरी ज़िंदगी के आख़िरी पहर में ,
जहाँ मे पहले से ज्यादाँ ज़िम्मेदार रहूँगा
और तुम ज़रा सी ओर समझदार !
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में उसकी बातों का अब भी यक़ीन करता हूँ
हज़ार बार जिसे आज़मा लिया मेंनें ।।।-