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Jasraj Gour⭐
(😇Jasraj.gour)
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"मुहब्बत" का एक छोटा सा शायर हूँ पर कहते हैं न कि इश्क़ तसव्वुर का शहर है, इसीलिए कभी कभी ... read more
Joined 24 December 2019
31 JAN 2021 AT 14:20
माना की औरों के मुकाबले
कुछ ज़्यादा पाया नहीं मैंने
पर ख़ुद गिरता-संभलता रहा
किसी को गिराया नहीं मैंने-
31 JAN 2021 AT 14:19
कुछ कह गए
कुछ सह गए
कुछ कहते कहते
रह गए
मैं सही तुम
गलत के खेल में
ना जाने कितने
रिश्ते ढल गए-
31 JAN 2021 AT 14:18
सोच
अच्छी होनी चाहिए
क्यूंकि नजर का इलाज तो
मुमकिन है पर, नजरिये का नहीं-
31 JAN 2021 AT 14:15
“किसी की बुराई करने से आपका
चरित्र पता चलता है.
ना कि उस व्यक्ति का!'-
31 JAN 2021 AT 14:07
अच्छी किताबे, और अच्छे लोग
तुरंत समझ में नहीं आते. उन्हें
पढ़ना पड़ता है.लेकिन उनकी
महक पूरी जिंदगी हमारे साथ
चलती है-
26 JAN 2021 AT 16:39
मुसाफिर कल भी था,
मुसाफिर आज भी हूँ,
कल अपनों की तलाश में था,
आज अपनी तलाश में हूँ...!-