सजाएं थे कुछ सपने सुंदर सुनहरे मैंनें...
दब वो गऐ जब सजाई लाल बिन्दी मैंनें...
-
Jaishree Bedi Nanda
(भंवर)
14 Followers · 15 Following
बोलते रहने से दरिद्रता लगती है जब भी मौन होती हु लगता है समृद्ध हो गई हु
Joined 5 January 2025
9 HOURS AGO
29 JUN AT 7:41
ग़लतफहमी में जीने का मज़ा कुछ और ही है
वरना हकीकतें तो अक्सर रुला देती हैं-
28 JUN AT 10:19
कभी कभी सोचती हूँ जन्म और मृत्यु
ईश्वर के अधीन न होकर स्वयं के अधीन होती तो
कितना अच्छा होता...
-
28 JUN AT 10:08
मुझे ईश्वर को आवाज़ देना अच्छा लगता है...
चाहे वह ना सुने...
ओर वो सुनता भी नहीं...-
22 JUN AT 12:38
कुछ लोग खाने के इतने शोकिन होते हैं कि...
वो दूसरों की खुशिया भी खा जाते हैं...-