"जिंदगी तेरे लिए कुछ कर दिखाना है,
हर ठोकर से आगे बढ़ जाना है।
थक के रुक जाना तो सब करते हैं,
हमें तो अंधेरों में भी रास्ता बनाना है।
तेरे नाम से रोशन हो हर एक सुबह,
ऐसी मिसाल बन जानी है, जो सबको निभाना है।"
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"भीड़ में होकर भी जो ख़ालीपन लगा,
वो अकेलापन था या खुद से गिला?
खुद से बातें कीं तो समझ आया,
अकेलापन तो रूह का साया।
न शिकवा, न शिकायत, न गिला किसी से,
ये सफर तो है बस खुद की तलाश में।
जो छूट गए, वो किस्से ही थे,
जो रह गए, वो अपने से थे।
अकेलेपन को मैंने एक मकाम बना लिया,
खुद को पाने का एक नया नाम दे दिया।"
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किसको सुनाएँ, कौन सुनेगा,
दिल के अफसाने कौन समझेगा?
शब्दों में जज़्बात कैसे बयां हो,
इस दर्द के किस्से कौन जानेगा?
तन्हाई के संग रातें गुज़ार दीं,
खुद से ही बातें हज़ार कीं।
पर किस दिल को ये बातें छू सकें,
जहाँ सबने बस अपनी फिक्र की।
ज़ख्मों को छुपाकर मुस्कुराते हैं,
अपने दुख को हसरत बनाते हैं।
कौन समझेगा इस दिल के जज़्बात,
जहाँ सब अपनी बात बनाते हैं।
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कुछ परेशानियाँ हैं लम्हें, कुछ हैं मलाल के,
कुछ बैचेनी है लम्हें, कुछ है सवाल के ।।
कुछ है रात के अंधेर से, कुछ है लम्हे शाम से
इनसे थोड़ी फुर्सत मिले तो हम से मिल ले
हम गुल्कौ में रखते हैं ख़ुसिया संभाल के ।।-
आज फिर से तेरा सहारा लिया है,
इस भरी भिड़ में आज फिर से खुद को अकेला पाया है।।
वेसे बहुत कहती थी मुझे सब समझते हैं,
लेकिन पता तो तब चला जब समझने की बारी आई और अपनों का साथ खोया है ।।-
सुुनो , देर न करना उसे बताने मे
कि कितनी मोहब्बत हे उनसे
कितना चाहतै हो उन्हे ❤️
क्युकी किस्मत हर बार साथ नही देती ।।
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कभी कभी जिंदगी में कुछ ऐसे ही हादसे होते हैं जहां से हमारी जिंदगी बदल जाती है ।।
शायद हम पहले जेसे रेह भी नई पातै है , और न ही पहले की तरह मुस्करा पाते है ।।
और सच् कहु तो जिंदगी में कुछ ऐसे हदसे होना लाजमी भी है तभी जाकर हमे सच और जुठ का पता चलता है-
सुनो कुछ बातै करनी थी तुमसे तुम सुनना चाहोगे क्या ?
इस बेरंग भरी जिंदगी में तुम्हारे नाम का रंग भरना चाहती हूं तुम रंंग भर पाओगे क्या ?
वेसे तो मुझे पसंद नहीं किसी से ज्यादा बातै करना पर तुम मेरी बेवजह बातों की वजह बनोगे क्या ?
और सुनो इस भागदौड की जिंदगी में तुम मेरे सुकुन का एक पल बनना चाहोगे क्या ?
और सुनो कुछ बात करनी थी तुमसे तुम सुनाना चाहोगे क्या ?-
क्या जरुरी है ।।
हर बार मे तुमसे सारी बातै कहू।।
क्या बिना कहे तुम समझ नहीं सकते।।
हा।।
माना तुम्हारे पास वक्त नही है।।
पर क्या तुम्हारी ईस भागदौड की जिंदगी मै
क्या हम कही रूक नही सकते।।
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आज भी लगता हे तुम मेरे आसपास हो ।।
तुम नही तो तुम्हारी खुशबु तो साथ मे हो।।
वो साथ मे बिताया हर एक पल जो इतना खास हो।।
जेसे इस रात की कभी कोई सुबह ही ना हो।।-