तुम्हारा शहर,
तुम ही कातिल,
तुम ही मुद्दई, तुम ही मुंसिफ !
हमें यकीं है कसूर हमारा ही निकलेगा !!-
Jo dil aur Mann ki antaratma ne kaha vo likh diya.
Bs aur kuch nahi.
My has... read more
ढूंढ ढूंढ के थक गई आंखें
जमी और यह पैरों के निशान,
दूर दूर तक देखा तुझे
नहीं मिला तेरा नामओनिशा,
आजाद हवा है तो गुजर गई होगी
किसी खुले आसमां
ढूंढो अभी तुझे किसी समंदर में
बह गई होगी तू किसी रेत की तरह.-
गुजर जाते हैं
मौसम बदल जाते हैं
हम भी आजकल मौसम की तरह बदल जाते हैं
अब हमने भी रंग बदलना शुरू कर दिया है
जैसा जमाना अब वैसे हम
लोग कहते हैं तुम तो बर्बाद हो
पहले खुद तो देखो तुम कितने आबाद हो
चल दिए अंगारों में अभी पीछे नहीं देखना है
गुजर जाते हैं जमाने लोगों की यादों में
तस्वीर सिर्फ कैद हो जाती है दीवारों में.
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ख्वाबों की दुनिया का एक अलग ही एहसास है
जो ना हो वो ख्वाबों में पास है
टूटती है मंजिल दर्द है
बताऊं किस को कोई ना अब हमारा हमदर्द है
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har roj baarish ki fuhar ek naya ehsas jagati hai.
mano koi apno se milney aay ho.-
कलयुग की यह घनघोर बीमारी
हर तरफ फैली अफरातफरी और लाचारी
बेबस है इंसान
कब निकल जाए शरीर से यह जान
अफरा तफरी चारों ओर लाशों का अंबार
हे प्रभु रक्षा करो टूट रहा घर बार
टूट रहा संसार
टूट रहा संसार-
प्रेम संबंधों की यह कैसी डोर
मन चंचल फिर भी तेरी ओर
रीत प्रीत और यह मन के गीत
जीवन का आनंद और संगीत
खींचा चला जाए तेरी ओर
मायूस से चेहरे को एक आस बाकी है
खुदा करे मांगी हुई हर मन्नत पूरी हो तेरी
जो अभी बाकी है.
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# सुकून
उलझ गई यह जिंदगी किसी को ढूंढते ढूंढते
तलाश उसकी है जो आज तक मिला ही नहीं-
तू किसी रेल सी गुजरती है
मैं तेरी आहट से उठ जाता हूं
तू किसी खुशबू से महकती है
मैं उस खुशबू में समा जाता हूं
तन मन भीतर एक नया उबाल आता है
सुबह सवेरे शाम बस तेरा ही ख्याल आता है
तू किसी रेल सी गुजरती है
मैं तेरी आहट से उठ जाता हूं
तू तत्काल टिकट है तो
मैं तत्काल बुक हो जाता हूं
तू इंजन है तो
मैं डब्बा बन जाता हूं
तू किसी रेल सी गुजरती है तो
मैं तेरा छुक छुक बन जाता हूं
तू किसी लंबे सफर में की रातों में
तो मैं तेरा हमसफर बन जाता हूं.
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कतरा कतरा मोहब्बत की उनसे
जो कभी हमारे ना हो सके
एक दरिया ही तो था दिल का
वह भी पार ना कर सके.-