दुर्गम काज जगत के जेते।
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते।।-
Jagadish Meena
(J A G A D I S H®)
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प्रथम रुदन 10 मई 🎂
❤️7 july❤️
मालवा की मिट्टी से..🥰
किसान पुत्र🌾
कृष्णा के दीवाने🚩 सो 'HAR... read more
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किसान पुत्र🌾
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Joined 28 October 2018
3 APR AT 12:47
जिनसे हो न सकी कद्र सोने की,
जिंदगी उन्होंने अक्सर खोटे सिक्कों में गुजारी हैं।-
16 FEB AT 20:59
गाली का इजाद ऐसे ही नहीं हुआ है,
कुछ लोग हमेशा ही उत्प्रेरक की भूमिका में रहे हैं।-
14 FEB AT 8:45
ज़हर को दूध के साथ खाओ या शहद के साथ,
तुम ज़हर का असली स्वभाव नहीं बदल सकते।-
11 FEB AT 13:37
इतनी खूबसूरत दुनिया तुमसे देखी नहीं जाती,
आख़िर किस अंधे की आँखें लिए फिरते हो?-
11 FEB AT 4:17
वाकई दुनियां नफरतों के अंतिम दौर से गुजर रही है,
इलाज़ इसका मुहब्बत के सिवाय कुछ भी नहीं।
-
11 FEB AT 4:02
सारे गिले-शिकवे, लड़ाई-झगड़े एक तरफ...
सारे महीने एक तरफ और यह सप्ताह एक तरफ।-