यादें...
बदला न तेरे बाद भी
मौजूदे गुफ़्तगू तू जा चुकी है
फिर भी मेरी महफ़िलों में हों..!-
Jadasumit Roy
(Jadasumitroy.. ✍️)
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मैं वो खेल नही खेलता जिसमे जीतना फिक्स हो,
क्यूँ की जीतने का मज़ा तभी है, जब हारने का रिस्क... read more
क्यूँ की जीतने का मज़ा तभी है, जब हारने का रिस्क... read more
Joined 18 January 2019
23 APR 2022 AT 10:22
14 JAN 2022 AT 10:55
कितना अच्छा होता यदि
हम दो विपरीत स्वभाव
वाले तील गुड़ की तरह
मिलकर जिन्दगी में मिठास
ला पाते!.... 🙏-
20 DEC 2021 AT 14:27
क्या हर मे क्या जीत में..
कींचित नहीं भयभीत मैं.
कर्तव्य पथ पर जो भी मिला
यह भी सही, वह भी सही... 🙏-
18 DEC 2021 AT 21:01
एक गलत विचार का समर्थन
जारी रखने से अच्छा हैं आप
अपनी राय बदल ले.....-
9 JUN 2021 AT 8:29
जिस दिन डीजल पेट्रोल के भाव नहीं बढ़ते,
घबराहट सी होने लगती है कहीं विकास
विदेश दौरे पे तो चाला नहीं गया... 🤭-
28 APR 2021 AT 7:55
जल्दी ही लौटेगी की खुशियां
अभी कुछ ग़मों का शोर हैं
ज़रा संभल कर रहिए
इम्तिहानो का दौर हैं-
27 APR 2021 AT 10:36
शहरों का यूं ( वीरान ) होना
कुछ यूं गज़ब कर गई,
बरसों से गुम-सुम घरों को
आबाद कर गई।ये कैसा समय
आया कि, दूरियाँ ही दवा बन ग ई।
-
23 MAR 2021 AT 10:08
जीवन में आगे बढ़ना है
तो अहंकार, लालच, क्रोध
और डर इन चारों को कचरे
के डिब्बे में डाल दीजिए।-