सुनो मेरा ख़याल रखना,
में दिल से टुटा बहोत हुं..
मेरे चेहरें से मत पढ़ना कभी,
में अपना हाल छिपाता बोहत हुं..
कागज़ों को,मेरी कलम को,
इन रातों को मालुम बोहत हैं,
मैने जिसे खोया हैं ना,
में उसे बुलाता बोहत हुं..
उसे फर्क क्या पड़ा
मेरे युँ बिखर जाने से,
वो तो आज भी कहता है,
में नाटक करता बोहत हुं..
सुनो मेरा ख़याल रखना,
में दिल से टुटा बोहत हुं..
मैने कोशिशें बोहत की हसने की मगर,
में अपनी रातों मे रोया बोहत हुं..
मेरा ख़याल रखना तुम,
के में उसके सपनों में,
सोया बोहत हुं..
सुनो मेरा ख़याल रखना,
में इस दिल से टुटा बहोत हुं..
और मेरे चेहरे से मत पढ़ना कभी,
में अपना हाल छिपाता बोहत हुं...-
ऐसा हो जाऊंगा बर्बाद में जैसे कोई कमाल होता है..
और तुम मुझे एक दिन ऐसे खो दोगे जैसे कोई रुमाल खोता है...-
बस इतनी सी बात और तुम नाराज़ हो गये,,
तुमने चली चाल और हम चालबाज़ हो गये..
सूनी ही नहीं मेरी बात और नज़रंदाज़ कर गये,,
तुम्हीं ने तो छोड़ा साथ और हम दगाबाज़ हो गये..
हमें मिली फुर्सत करने को बात और तुम मशरूफ हो गये,,
तुम्हीं पे तो चढ़ा है रक़ीब का रंग और हम रंगबाज़ हो गये..-
ये जो दुनिया है ना ये ना हो तो अच्छा हो,,
मुसीबतों का हल हो मुसीबत ना हो तो अच्छा हो..
आज मन कुछ परेशान सा है मगर क्या कहें,,
परेशानियों से अब छुटकारा हो तो अच्छा हो..
बहोत जी लिया दूसरों के इशारो पे जनाब,,
अब तो अपनी मरज़ी की मौत भी हो तो अच्छा हो..
कुछ थक सा गया है 'Jack' इस ज़िन्दगी के उजालों से,,
अब तो सुकून की लम्बी नींद का अँधेरा हो तो अच्छा हो...
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अभी अभी तो मिला था तुमसे,,
अभी अभी तो हुई थी बात,,
अभी अभी तो बैठा था साथ,,
अभी अभी तो ली थी सांस..
फिर लगता हैं क्यूँ मिले ज़माना बीत गया,,
नजाने कबसे में तुम्हारा दिवाना हो गया..
तुमसे मिला हूँ में जबसे,,
कुछ बदला हूँ में तबसे,,
सोचता हूँ काश तुम होती यहाँ,,
या पकड़ के हाथ रोक लेती वहाँ..
क्यूँ तुम्हारे बिना ये जहाँ अनजाना हो गया,,
नजाने कबसे में तुम्हारा दीवाना हो गया..
जब करती हो बात हमसे,,
और बताती हो दिल की बातें,,
हमें हो जाता है इश्क़ तुमसे,,
उससे भी ज़्यादा जीतना हम जताते है,,
जबसे हुआ तुम्हें भी इश्क
ये दिल तुम्हारा दीवाना हो गया,,
नजाने कबसे में तुम्हारा दीवाना हो गया..
तुम आना जल्दी और बैठना मेरे साथ,,
कुछ करना बातें पकड़कर मेरा हाथ,,
तुमसे ढ़ेर सारी करनी हैं बात मेरे यार,,
और बातों ही बातों में करना हैं प्यार..
जाने क्यूँ तुम्हारा दीदार ही अब
हर कमी का पूरा होना हो गया,,
नजाने कबसे में तुम्हारा दिवाना हो गया...
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