नजर, दिल और दिमाग तीनों मंजिल पर रखो...
लोगों का क्या है? आज तुम्हे रोकने के लिए खड़े हुए हैं, कल तुम्हारे साथ चलने के लिए खड़े मिलेंगे। 🙌
✍️ज्योति_ngh😌-
जाने दो यार... कब तक रोककर रखोगे?🤷
कुछ लोगों को और उनसे जुड़ी उम्मीदों को।🫰
कुछ सपनों और उनसे जुड़े खास अपनों को।🥺
कुछ अनकही बातों को और मन में पनप रहे जज्बातों को।🧡
कुछ दबे हुए अरमानों को और जो बयां ना हो सके उन तकलीफों को।💔
कुछ उलझे हुए सवालों को और बैचेन करने वाले खयालों को।🙂
बस जाने दो.... 🙌
@✍️Jyoti_ngh
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"लड़की" के विवाह के बाद "पिता पक्ष" के लोग भी "मायकेवाले" कहलाते हैं। 😊
✍️Jyoti_ngh-
बहुत कुछ होता है कहने को कई बार,
लेकिन सही वक्त नहीं मिलता।🥀
जब मिले वक्त सही,
तो सही शख्स नही मिलता।
गर मिल जाए वो शख्स भी किस्मत से कभी,🙌
तो जज्बात बयां करने के लिए शब्द नही मिलता।🙁
कहीं ना कहीं, कुछ ना कुछ तो रह ही जाता है।,
इस जहां में सब को सबकुछ कहां मिलता है?🫰
✍️Jyoti_ngh-
कुछ तो चाहत रही होगी उसके भी मन में,
यूं ही नही याद आ जाता है वो खालीपन में।🥺
✍️Jyoti_ngh-
सैकड़ों बैचेनियाँ मन में पाले हुए हैं,
फिर भी खुद को बखूबी संभाले हुए हैं।🫰
✍️Jyoti_ngh-
सबकुछ तो है मेरे पास फिर ये खालीपन का एहसास क्यों?
दुख नही किसी बात का फिर भी ये मन उदास क्यों? 🙁🥀
✍️jyoti_ngh-