जब भी देखता हूं
अपने आसपास,
गरीब को प्यार से
हंसते खेलते जीते हुए,
तो मुझे यकीन हो
जाता है की,
खुशियों का ताल्लुक़ात
दौलत से नहीं होता।
खुद के अंतरात्मा से होती है।
😊-
गुजरते दिनों की बस यही कहानी है.. 🙂
मंजिल मिलती गई दोस्त बिछड़ते गए.. 🙂
पर शायद कल
अपना भी सुहाना होगा 😌
मंजिल मिलते ही
फिर से याराना पुराना होगा।..😊— % &-
अब मार्केट में
ये खबर
कौन फैला रहा है
कि सानिया मिर्जा के
300 देवर बेमौत मारे गए
😅😂-
किसी ने मुझसे पूछा :-
तुम इतने शांत से क्यों रहते...
लोगों की तरह दोस्ती का हाथ क्यों नहीं बढ़ाते....
मैंने कहा
आजकल लोग दोस्त तो खूब बनाते....
लेकिन कृष्ण की तरह प्रवाह करने वाले कितने होते..-
प्यार पाने की इच्छा में शायद प्यार ना मिले,
पर हमलोग प्यार देकर
दूसरों की इच्छा तो पूरी कर सकते हैं।-
अपनों को अजनबी
और अजनबीयों को अपना
बनाते देखा है,
हाँ मैंने अजनबीयों को
अपनों में दरार डालते देखा है।-
मुलाकात चाहे कम हो
जब अपनेपन का एहसास हो
तो हर एक मुलाकात
यादगार बन जाता है।-
आप भले चाहे जिंदगी में
जितना तरक्की कर लो,
जीवन में सुख शांति और प्रेम
आपके तरक्की का मोहताज नहीं,
बल्कि ये सब आपके अंतरात्मा
पर निर्भर करता है।-
सोचता हूंँ कभी-कभी बात कर लूं उस से
पर रुक जाता हूंँ कहीं दुबारा प्यार ना हो जाए।-