जो अंजाम इस इश्क़ का तुमने चाहा उसे मंजिल तक पहुंचा कर,
तुम खुश तो हो ना
पाया था तुम्हें, कई मन्नतों के बाद खोकर मुझे,
तुम खुश तो हो ना
एक आस तुम ही हो जीवन में इस विश्वास को तोड़ कर,
तुम खुश तो हो ना
थाम कर हाथ, जो डोर बांधी थी उसे छोड़ कर,
तुम खुश तो हो ना
जो सताता था, अब वो नहीं आएगा जानकर,
तुम खुश तो हो ना
(Itti si खुशी ❤️)-
किसी की पूरी तो किसी की अधूरी होती है....
Lucknowitie❤️
Nihari... read more
पता है ,
मैं तुम्हें भूलना नहीं चाहती,
.. is My last destiny to was my last destiny तक का सफर...-
प्रणम्य शिरसा देवं गौरीपुत्रं विनायकम
भक्तावासं स्मरेन्नित्यमायु: कामार्थसिद्धये🙏🙏
Deva🤍-
बिन बारिश के वो बरसी थी ,खुले आसमान में वो खड़ी थी,
एक चांद और कुछ सितारों के बीच ,उनसे ही सवाल करने वो चली थी,
जब तुम गवाह थे तो गलत कैसे वो घड़ी थी??
इस चांद की गवाही में किसी का सजदा करने को चली थी .....
जब तुम गवाह थे चंदा फिर वो ओझल सी क्यू खड़ी थी??
एक बेबस सी मानो वो फिर कल के जैसे ही गिरी थी,
हां तुम पर किया भरोसा था तो पहले ही सच बतला देते ,
क्यूं इतनी ठोकर के बाद बतलाया वो सब झूठी घड़ी थी....??
बिन बारिश के वो बरसी थी,खुले आसमान में खड़ी थी
एक चांद और कुछ सितारों के बीच ,उनसे ही सवाल करने वो चली थी...
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पहली गाली पर सर काटने की *शक्ति* होने बाद भी यदि 99 और गाली सुनने का *'सामर्थ्य'* है, तो वो *कृष्ण* हैं।
*'सुदर्शन'* जैसा शस्त्र होने के बाद भी यदि हाथ में हमेशा *'मुरली'* है, तो वो *कृष्ण* हैं।
*'द्वारिका'* का *वैभव* होने के बाद भी यदि *'सुदामा'* मित्र है, तो वो *कृष्ण* हैं।
*'मृत्यु'* के फन पर मौजूद होने पर भी यदि *'नृत्य'* है, तो वो *कृष्ण* हैं।
*'सर्वसामर्थ्य'* होने पर भी यदि *सारथी* बने हैं, तो वो *कृष्ण* हैं।
🙏 🙏
*श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं*
🙏🏻🙏🏻❤️❤️🌹🌹-
बददुआ तो आज भी नही देती मैं उसे
बस मेरी खुशियों का गुनहगार है वो
एक हाथ मुझसे छीन लिया उसने,
बस इतना सा कसूरवार है वो,
बददुआ तो आज भी नही देती मैं उसे ,बस इतना सा गुनहगार है वो...-
जब सिर पर देवों के देव का आशीर्वाद,🙏
मां का हाथ और पिता का साथ हो ,
पूरे परिवार का हाथों में हाथ हो,
तो दुनिया की कोई भी ताकत आपको कमजोर नहीं कर सकती....
कहते हैं न वक्त के साथ कोई सुधर जाता है तो कोई घमंड में खुद को ही सही मानता रहता है जब तक वो सब कुछ न खो दे...चाकू की नोंक पर अपनी बात मनवाने वालों को क्या कहा जा सकता है????
पहले खुद को जाने 😊-
जिसके लिए मैंने सारी हदें पार की थी
वो मुझे सारी हदें सीखा गया....
वो लड़की जो हर बात में बस अपनी सुनती थी,
उसे वो चुप करा गया...-
घुटन हो रही थी ,
मैंने सोचा अपनों से दुख जरा बाट लूं,
उनसे भी उनका हाल जान लूं,
भूल गई मैं अपना दुख उनका सुनते सुनते वो खुद ही उलझे पड़े थे ....
भूल गई मैं अपना दर्द उनके दुख शायद मेरे से बड़े थे,
अंदर ही अंदर वो भी उलझे पड़े थे...
किसी को मंजिल की तलाश थी तो किसी को वक्त की ,
किसी के आसू सूखे पड़े थे तो कोई तन्हा अकेले खड़े थे...
भूल गई मैं अपना दर्द उनके दर्द जो इतने बड़े थे...-
कभी कभी खुद के साथ इतना अजीब होता है
कि जिसके बारे में दिनभर न सोचो वो रात में अपने पूरे खानदान के साथ सपने में आ जाते हैं.......
उससे रिश्ता ना रहा लेकिन मां की याद आती है वो सपनों में आकर काफी कुछ बातें करके जाती है....?
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