खबर चलकर आई मगर देर से ;तुम्हें फिकर तो हुई मगर देर से ,तुम्हारी याद में तड़प के परवाने जलेतुम्हें जलन तो हुई मगर देर से 🥺 -
खबर चलकर आई मगर देर से ;तुम्हें फिकर तो हुई मगर देर से ,तुम्हारी याद में तड़प के परवाने जलेतुम्हें जलन तो हुई मगर देर से 🥺
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गालिब जब दिल पे ठेस लगती है ;तब आईने की शक्ल भी कहां अपने जैसी लगती है ?? -
गालिब जब दिल पे ठेस लगती है ;तब आईने की शक्ल भी कहां अपने जैसी लगती है ??