करीब आधी उम्र गुज़र गई , समन्दर नहीं देखा अब तक,
सोचती हूं कि मेरे दिमाग में जो खाली सीपियों से खयाल रखे हैं ,
क्या पता उनके लिए मोती मिल जाएं समन्दर से ,
फिर शायद जज्बातों के पानी से वो खयाल जो शोर करते हैं,उनकी आवाज़ कम हो जाए।।— % &-
Iti Sharma
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Joined 5 April 2020
7 FEB 2022 AT 22:04
18 JAN 2022 AT 6:26
किसी से कुछ ना कहना , और कुछ ना कह पाना दो अलग बात हैं ,
किसी से कभी ना मिलना , और अब कभी भी ना मिल पाना दो बहुत ही अलग बात हैं।।-
1 OCT 2021 AT 1:38
having innumerable volumes,
Everyone would read the different combinations of its volumes,
So, everyone would have a unique review about it-
1 OCT 2021 AT 1:08
वो "शब्द" जो मौन जज्बातों का एहसास करा दें,
उन शब्दों की बात ही अलग होती है।।-
24 SEP 2021 AT 21:45
कुछ फ़ैसले जो कभी सही लगे थे ज़िंदगी के लिए,
अब लगता है उन्ही फ़ैसलों को सही साबित करने में ही, तमाम उम्र गुज़र जाएगी ।।-
16 SEP 2020 AT 1:24
I wonder why somebody want to become priority of someone's life, especially the one u love...
Infact the priority of anybody's life, should be, to live life to the fullest .-