तुम भी छोड़ दो मुझे, मैं तुम्हारी ज़ंजीरे तोड़ देता हूं,खुद इतना बुरा हो गया हूं, के मैं 'खुद' को भी छोड़ देता हूं ! -
तुम भी छोड़ दो मुझे, मैं तुम्हारी ज़ंजीरे तोड़ देता हूं,खुद इतना बुरा हो गया हूं, के मैं 'खुद' को भी छोड़ देता हूं !
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छाले ऊपर उठ कर,आंसू नीचे गिर कर कहते,“ये तो मर गई, बिन शरीर के चल रही है”,एक आस है, के अब भी जल रही है।Caption 👇 -
छाले ऊपर उठ कर,आंसू नीचे गिर कर कहते,“ये तो मर गई, बिन शरीर के चल रही है”,एक आस है, के अब भी जल रही है।Caption 👇
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क्या रखा है "युगल" चार दिन की मोहब्बत, दो दिन की दोस्ती में?तुम काबिलियत से रिश्ता लाना, और बिहा कर अपने घर ले जाना ! -
क्या रखा है "युगल" चार दिन की मोहब्बत, दो दिन की दोस्ती में?तुम काबिलियत से रिश्ता लाना, और बिहा कर अपने घर ले जाना !
जो मीले तुम -
जो मीले तुम
, मजधार-ए-ज़िन्दगी में,क्या पतवार, क्या माझी, क्या किनारा !हालाँकि, हाल ही में, हाल बेहाल किया था उसनेफिर भी हाल पूछा करता है हमारा ! -
, मजधार-ए-ज़िन्दगी में,क्या पतवार, क्या माझी, क्या किनारा !हालाँकि, हाल ही में, हाल बेहाल किया था उसनेफिर भी हाल पूछा करता है हमारा !
देख, मेरी खुशी सँवरती, हंस-हंस न थकती,एक अलग रीत, अलग दुनिया दिखा दी है !किसी का किया, कुछ बुरा नही लगता,एक तेरे किए ने, बहुत तस्सली सीखा दी है !! -
देख, मेरी खुशी सँवरती, हंस-हंस न थकती,एक अलग रीत, अलग दुनिया दिखा दी है !किसी का किया, कुछ बुरा नही लगता,एक तेरे किए ने, बहुत तस्सली सीखा दी है !!