Irfan Ahmad villen   (Kitab_ e_ irfan)
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Joined 19 May 2019


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22 APR 2021 AT 15:22

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26 JAN 2021 AT 11:48

चाहते और भी बढ़ती हैं बिछड़ जाने से..

چاہت اور بھی بڑھتی ہیں بچھڑ جانے سے

Chahte or bhi badti hain bichad jane se
@𝚣𝚒𝚗𝚍𝚊𝚐𝚒𝚌𝚊𝚕𝚕𝚒𝚗𝚐7078

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13 JAN 2021 AT 17:20

किसीके दर्द की दवा बनो

जख्म तो हर इन्सान देता है..❤️

کسی کے درد کی دوا بنو
زخم تو ہر انسان دیتا ہے۔

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13 JAN 2021 AT 13:52

सब्र एक फन है

हर कोई फनकार नहीं होता

صبر ایک فن ہے

ہر کوئی فنکار نھی ہوتا

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2 JAN 2021 AT 1:34

ज़ख्म वही है जो छिपा दिया जाए,,

जो बता दिया जाए उसे तमाशा कहते हैं

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24 DEC 2020 AT 1:31

پریشان ہیں اسکی یاد میں کچھ اس طرح..

کہ دن کو دل نہیں لگتا اور رات کو آنکھ نہیں لگتی..

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30 JUL 2020 AT 6:11

हमसे मत पूछो,......जिंदगी के बारे में...!!
अजनबी क्या जाने,..अजनबी के बारे में..!!l

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27 JUL 2020 AT 8:57

मैने काँच का बोतल सर पर फोड़ कर बताया .

ऐसे चुभती है ,यादें तेरी ...

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26 JUL 2020 AT 12:59

यूं ही नहीं रोता कोई साहब

इश्क़ अंदर से उजाड़ देता है !!

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13 JUL 2020 AT 20:01

वो आस्तीनों में खंजर लिए तैयार बैठे हैं ,
पहन कर जो मुनाफ़िक़ जुब्बा और दस्तार बैठे हैं ,

लगाकर हश्र का मजमा सरे बाज़ार बैठे हैं,
पहनकर चूड़ियाँ सारे सिपाहसालार बैठे हैं ,

कारवां कैसे बढ़े मंज़िल की जानिब,
जब सफ-ए-अव्वल में ही ग़द्दार बैठे हैं।

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