When Gratitude
Is absent
"THE LAST MEETING THEORY"
Survives
&
Rejuvinate-
insta@ instrumental_delight_
त... read more
सोचे तुम्हें
तो हम इश्क़ में होते हैं,
ख्वाब में होते है तेरे
हकीकत में कहा सोते हैं
-
शायद ये वक़्त
फ़ख़त उन लम्हों को भुला दे,
जो लम्हे
इस वक्त को याद वाजिब बिताये-
चंद हर्फ क्या उतारे
फखत कोरे कागज पर हमने,
हम कहानी
वो कहानी के किरदार बन गए-
एक शख्स क्या गया, यो फैसले बदल गए
वक्त वैसा ना रहा, सपने भी बदल गए
सुकुन है, खामोशी है, पर शोर अंदर है बहुत
जीने के जो मायने थे, वो पैमैने भी बदल गए-
सुना है, कुछ खफा हो हमसे तुम
कही यादो में बस यो मत चले जाना
गर शिकवों में इश्क़ की यादे सिमटी तो
दो कदम सफर खफा हो न कर पाओगे तुम-
इश्क मै तेरे, अरमान मुकम्मल हो गए
तेरे घर के सामने, हम यू खामोश हो गए
निकलो बाहर तो, नज़रे न मिलाना हमसे
दिल मे धक हो, शहर तेरे बरसात हो जाए-
वक्त ना बदलता
शायद मैं तुझे ना मिलता,
शौक में ना लेना मुझे
आवारा यूं मैं ना फिरता,
सफर संग करो
तो शिद्दत से साथ चलना,
खोया गर मैं
तो यूं फिर दोबारा ना मिलता!-
मेरी कहानियों में तेरा जिक्र ना होता
इश्क ना होता तो मैं यूं शायर ना होता
तू मिलती ना रोज ख्वाबों में आकर मुझे
तेरे घर से मेरा यूं फिर राब्ता ना होता-
इंतजार तेरा, वजह है फखत जीने की
और मिलोगी तुम, फखत वजह इंतजार की-