कोई तेरी खबर हों तो पढूं....
कोई तेरी तस्वीर हो तों देखूं....
मेरे लिए दुनिया की खबर तुम्हीं से हैं
तुम हो इन अक्षरों में तो खबरें हैं,
तुम हो इस दुनिया में तों दुनिया हैं....।
तुम्हारे सिवा कोई और खबर मैं क्या समझूं..
तुम्हारे सिवा कोई और तस्वीर में क्या देखूं ..
एक आस हैं बहुत दूर कहीं,
एक ख्वाब हैं बहुत दूर कहीं....
एक वादा हैं बहुत दूर कहीं ,
एक इरादा हैं बहुत दूर कहीं....
वो कल अब और दूर नहीं,...
वो कल कभी तो आयेगा .... ।। Ã
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