बस कुछ देर और फिर आंखे नम हो जाएंगी,
कुछ वक्त बाद तुम्हारी ये शिकायतें कम हो जाएंगी।।-
मैं इक नदियां थी
जो जम चुकी थी,
जो थम चुकी थी,
उसने मुझे फिरसे बेहना सीखाया हैं
मैं ख़्वाब जो सजाया करती थी,
उसने उन्हें हक़ीक़त बनाया हैं।।-
जहान भर मे ढूंढा जिसको,
वो सुकुन मेरे घर के इक कोने में छिपा बैठा था।।-
पन्ना मेरी शक्सियत का हर एक पलटाया गया,
जाना गया इसे लेकिन अफ़सोस समझा ना गया।।-
'तुम'
किसी और को कहूं तो तुम ही रहता है,
लेकिन जब तुम्हें कहूं तो न जाने क्यों ये 'मैं' हो जाता हैं
ये छोटा सा अल्फाज़ मुझे मेरी रूह से मिलवा देता हैं।।-
वो कहते हैं हमसे
प्यार में उम्मीद ना हो तो तकलीफ़ नहीं होगी
ज़रा बतलाओ मुझको
जहा उम्मीद ना हो भला वो मुहोब्बत कैसे होगी?-
To release your inner
world of frustration,
Cry when you feel
you can't share with anyone-
फिर इक बार ज़िंदगी की महफ़िल से तन्हा हो जाऊं,
खिलखिला उठों तुम जीस में, मैं ऐसा लम्हा हों जाऊं।।-
किसी भी रिश्ते मे कभी मतलब नहीं होता
जहां हो वाहा सिर्फ मतलब ही होता हैं।-
हर एक शख्स इस बात का गवा हो रहा हैं,
ये जो मोहब्बत लफ्ज़ मेरी रगों में रवा हो रहा हैं।।-