एक ख़ुदा मेरे घर पर भीं रहता है,
जो मेरे सपनों की सूरत, त्याग मूरत,
मेरा बाप कहलाता हैं।
हर ईद, दिवाली में मुझे नया कुर्ता दिलवाकर,
खुद पुराने कपड़ों में मुस्कुराता हैं।
एक खुदा मेरे घर पर भीं रहता हैं,
जो मेरे सपनों की सूरत, त्याग मूरत,
मेरा बाप कहलाता हैं।-
Follow on other Instagram I'd :- @adhure_alfaaz766
बार-बार हर बार वही शख्स चाहिए मुझे,
चाहे दुनिया खिलाफ हों जायें।
बार-बार हर बार वही बहन चाहिए मुझे,
चाहे खुदा रुठ जायें।-
मोहब्बत के लिए ' महेबूब ' बाद में बना लेंगे,
अभी तो " मां के ख्वाबों का घर " बनाना हैं।-
तेरी फिक्र ना सही,
तेरा ज़िक्र करना छोड़ दिया है हमने।
तुझे याद करना ना सही,
लेकिन तेरा शहर छोड़ दिया है हमने।
-
जिंदगी में ग़म कहा कम हैं जनाब,
बस मां-बाप के खुशी के लिए मुस्कुराना पड़ता हैं !!!-
हर मुकाम पर खुद के सपनों को दफ़न करके जिम्मेदारीयां निभाना आसान नहीं होता,
और जनाब लड़का होना इतना भी आसान नहीं होता !!-
तुम्हारी ख़ामोशी सुनने लगा हूं ,
इतना काफी नहीं तुम्हारी नाराजगी समझने ??-
गैरों से क्या शिकायत करना??
मैंने मेरे अपनों को ही राहों में कांटे बिछाते देखा हैं !!!-
अदरक वाली चाय सी तुम,
मुंह जला देती हों,
लेकिन छोड़ भी तो नहीं सकता !!!-