सुना है दो बेटियां निवस्त्र कर घुमाई है इंसानी भेड़ियों ने औकात झुंड में दिखाई है कानून अंधा होने का फर्ज बखूबी निभा रहा मीडिया भी खबर बेकार की मसाला लगा कर दिखा रहा गूंगी बहरी इस सत्ता को अपनी व्यथा सुनाती कैसे सहस्त्र कुक्कूरों से घिरी, वो शस्त्र कोई उठाती कैसे कृष्ण भी तो नहीं था वहां कोई द्रोपदी खुद की लाज बचाती कैसे खुद की लाज बचाती कैसे.....😥 "इंदु"