किताबों के पन्ने पलटने का था एक ज़माना !!
और अब तो है जमाना सिर्फ पैसा ही कमाना !!-
फिर वो देर से हो या फिर एकदम हो !
छोटे-मोटे लेखक हैं, महं... read more
कोसिश क्यों करूँ मैं,
तुम्हें पाने की !
मुझे क्या पता नहीं,
तुम भी खुद मेरी होना चाहती हो !-
ये शान,
वीरों के नशे का है !
ये नशा,
मातृभूमि के प्यार का है !
ये प्यार,
देश की पहचान का है !
ये पहचान,
वीरों के बलिदान का है !
ये बलिदान,
वतन के मान का है !
ये मान,
तिरंगे की शान का है !
! जय हिन्द !
! मेरे प्यारे वतन !-
Loved her
by heart,
so I let her go.
Did not want
to become
her compulsion.
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गुज़ारिश है तुमसे,
ऐ ज़िन्दगी !
अपने इस सफर में मुश्किलें लाना,
पर अंत में जीत ज़रूर दिलाना।
हर अँधेरी रात के बाद,
खिलती सुबह ज़रूर दिखाना।
हर डरावनी आवाज के बाद,
एक मीठी धुन ज़रूर सुनाना।
कुछ नहीं से अच्छा,
ऐसे ही सब कुछ सीखाना।
पर हमें ऐसे ही,
दुनिया की भीड़ से अलग न कराना।-
Everyday used to wrote
something new on YQ,
suddenly the writing stopped.
I thought he left writing,
but he died.
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दिल में बसाया,
सिर्फ मेरा ही चेहरा है ❤️
तो फिर,
मेरी तस्वीर क्यों मांगती हो 😋-