तीनों में से"वो थी,🥀🥀🌷वक़्त था,🌹🌹🌹मैं नहीं।मैं था,❣️❣️❣️वक़्त था,💌💌💌वो नहीं।मैं हूँ,🌹🌹🌹वो है,🌹🌹🌹वक़्त नहीं।वक़्त रहेगा,❤️❤️मैं नहीं,❤️❤️वो नहीं। -
तीनों में से"वो थी,🥀🥀🌷वक़्त था,🌹🌹🌹मैं नहीं।मैं था,❣️❣️❣️वक़्त था,💌💌💌वो नहीं।मैं हूँ,🌹🌹🌹वो है,🌹🌹🌹वक़्त नहीं।वक़्त रहेगा,❤️❤️मैं नहीं,❤️❤️वो नहीं।
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वो सरफिरी हवा थी सँभलना पड़ा मुझे मैं आख़िरी चराग़ था जलना पड़ा मुझेमहसूस कर रहा था उसे अपने आस पास अपना ख़याल ख़ुद ही बदलना पड़ा मुझेसूरज ने छुपते छुपते उजागर किया तो था लेकिन तमाम रात पिघलना पड़ा मुझेकुछ दूर तक तो जैसे कोई मेरे साथ था फिर अपने साथ आप ही चलना पड़ा मुझे -
वो सरफिरी हवा थी सँभलना पड़ा मुझे मैं आख़िरी चराग़ था जलना पड़ा मुझेमहसूस कर रहा था उसे अपने आस पास अपना ख़याल ख़ुद ही बदलना पड़ा मुझेसूरज ने छुपते छुपते उजागर किया तो था लेकिन तमाम रात पिघलना पड़ा मुझेकुछ दूर तक तो जैसे कोई मेरे साथ था फिर अपने साथ आप ही चलना पड़ा मुझे
थोड़ी सी भी कही दमक नही आती ख़ूबसूरती भी कही झलक नही आतीमज़दूर के हाथ जब तक मैले नही होते महलों में भी तब तक चमक नही आती -
थोड़ी सी भी कही दमक नही आती ख़ूबसूरती भी कही झलक नही आतीमज़दूर के हाथ जब तक मैले नही होते महलों में भी तब तक चमक नही आती
मुझे होता है यह आभास घर में नहीं आया है कुछ भी रास घर मेंकहीं जंगल में है आसान शायद बहुत मुश्किल है पर बनवास घर मे -
मुझे होता है यह आभास घर में नहीं आया है कुछ भी रास घर मेंकहीं जंगल में है आसान शायद बहुत मुश्किल है पर बनवास घर मे
आज नहीं तो कल बोलोझूठ का बाजार बहुत बड़ा है बाजार में सच की दुकान खोलों -
आज नहीं तो कल बोलोझूठ का बाजार बहुत बड़ा है बाजार में सच की दुकान खोलों
वंश से नहीं मिला था दिल्ली का प्रधानसारी आवाम ने लिया था रजिया का नामपरदे में शासन चलाना मुमकिन नहीं था तो टोपी पहन कर बैठी थी रजिया सुल्तान -
वंश से नहीं मिला था दिल्ली का प्रधानसारी आवाम ने लिया था रजिया का नामपरदे में शासन चलाना मुमकिन नहीं था तो टोपी पहन कर बैठी थी रजिया सुल्तान
हम सोना चाहते हैं पर रात जगाती है नौकरी की दौड़ हमें दिन भर भगाती हैं लैला का गम RAS वालो को नहीं होता जनाबये तो बेरोजगारी हैं जो हमें सताती हैं -
हम सोना चाहते हैं पर रात जगाती है नौकरी की दौड़ हमें दिन भर भगाती हैं लैला का गम RAS वालो को नहीं होता जनाबये तो बेरोजगारी हैं जो हमें सताती हैं
अपने भविष्य सपने गढ़ रहे हैं हम RAS वाले हैं जनाब हम पढ़ रहे हैं -
अपने भविष्य सपने गढ़ रहे हैं हम RAS वाले हैं जनाब हम पढ़ रहे हैं
निर्णय अच्छा नहीं, अच्छा ही लीजिए .. जनाब??🌹💐🌺💖🎊चाहे खुद के लिए हो या देश के लिए !!🎊💖🌺💐🌹एक सलाह....मतदान करके देश के लिए अच्छा ही निर्णय ले -
निर्णय अच्छा नहीं, अच्छा ही लीजिए .. जनाब??🌹💐🌺💖🎊चाहे खुद के लिए हो या देश के लिए !!🎊💖🌺💐🌹एक सलाह....मतदान करके देश के लिए अच्छा ही निर्णय ले
वोट डालना आपका अधिकार है लेकिन वोट सोच समझ कर डालना यह आपका फर्ज बनता हैं, वोट देशहित में करना यह आपका कर्तव्य बनता हैं!! -
वोट डालना आपका अधिकार है लेकिन वोट सोच समझ कर डालना यह आपका फर्ज बनता हैं, वोट देशहित में करना यह आपका कर्तव्य बनता हैं!!