बहकों मतना बेटियों,कुल को समझों ख़ास।
पैंतीस टुकड़ों में कटा,श्रद्धा का विश्वास।
भरोसा मतना कीजिए,सब पर आंखें मींच।
स्वर्ण मृग के भेष में,आ सकता मारीच।
मां बाप के हृदय से,गर निकलेगी आह।
कभी सफल होगा नहीं, ऐसा प्रेम विवाह।
आधुनिकता के समर्थकों,इतना रखना याद।
बिन मर्यादा आचरण,बिगड़ेगी औलाद
जीवन स्वतंत्र आपका,करिये फैसला आप।
पर ऐसा कुछ न कीजिए,मुंह छिपाये मां बाप।
घर आंगन की गौरैया,कुल की इज्जत आप
सावधान रहना जरा,षड्यंत्रों को भांप।
बालीवुड़ की गंदगी,खत्म किये संस्कार।
जालसाज अच्छे लगें, बुरा लगे परिवार।
जब कभी तन पर चढें,अंधा इश्क खुमार।
इस दरिदंगी को याद तुम,कर लेना इकबार।
नारी तुम श्रद्धा रहो,न घर उपयोगी चीज।
फिर किस की औकात जो,काट रखें तुम्हें फ्रीज।
संस्कारों की सराहना,कुकृत्य धिक्कारो आज़।
आने वाली पीढ़ियां, करेंगी तुम पर नाज़।-
Dil♥️ da ni mada
Insta: @aries.ashu
कुछ तो अज़ीब है...
मानो, कोई जा रहा हो दूर...
जो मेरे करीब है!!
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जो नसीब में नहीं उसे सोचने से क्या फ़ायदा!
दूर ही जाना है, तो रोकने से क्या फ़ायदा!!
गर, सच में दिल ही लगाया था तुमने हमसे,
तो अब हमें तलाशने से क्या फ़ायदा!!...-
तुझे देखकर ऐसा लगा ही नहीं,
कि मैंने तुझे इतने दिनो बाद देखा!
तेरी चाहत में मुकम्मल हम ऐसे हुए कि,
ऐसा लगा ही नहीं कि हमने वो ख्वाब देखा!
हां, तेरे इश्क़ में हमने सिर्फ ख़ुदा देखा!!-
अज़ीब बात है न,
कि हर वक्त साथ देने वाले,
मोहब्बत के नाम से दूर हो जाते हैं।।
और, जो साथ न दे फिर भी वो,
मोहब्बत के नाम पर मशहूर हो जाते हैं।।-
सफ़ेद लिबास में काले लोग देखे हैं हमने,
नियत में उनकी खोट देखे हैं हमने!!-
अगर प्यार सच्चा होवे ना..
तो हंजुओं दी औकात नी,
कि वो तेरी आंखों विच आ जावे।।-
जब मोहब्बत ही की है, तो...
कौन अपना, कौन पराया होगा।।
समय तो यूं ही बदनाम है, क्यूंकि...
समय किसी का मोहताज़ नहीं होता।।-
जिसके लिए तुम आज भी रोते हो...
उसे तुम दर्द बताने की बात करते हो?
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शक़, बेशक़ है सबको मेरी दिल्लगी पे...
वो तो ख़ुदा ही जानता है,
मेरा इश्क़ उसके दरम्यां!!-