Iliyas Hussain   (Dr.Iliyas "नूरी")
84 Followers · 36 Following

read more
Joined 14 February 2019


read more
Joined 14 February 2019
27 MAR 2022 AT 18:11

ख़ुदा की क़ुदरत को समझने
के लिए इतना ही काफी है

कि दुनिया की कोई दो चीज़े भी
ऐसी नहीं हैं जो मुक़म्मल तौर
पर मुशाबेहत रखती हों....

-


18 MAR 2022 AT 15:15

इल्म से हिस और हिस से हरकत है
और हरकत है अदम का वजूद में आना
सो गर आप अपना वजूद बाक़ी रखना चाहते हैं
तो इल्म हासिल करें....

-


17 MAR 2022 AT 3:13

कौन हो तुम आख़िर कहाँ से आए हो
यह बला सी आँखें कहाँ से लाए हो
तुम्हें इल्म ही नहीं है अपने मयार का
सरापा ज़िस्म का रूह के वक़ार का
यह शहर यह कॉलेज यह किताबें
फ़क़त तुमसे मिलाने की साज़िशें हैं
नहीं मानते ना सही,ज़रा यह तो सोचो
मेरी तरह आख़िर तुम यहीं क्यूँ आये हो
कौन हो तुम आख़िर कहाँ से आए हो

जिस्मों का नूर बाकी रहे बस दिलों का सौदा हो जाए
क्या हम में यह मुमकिन है कि कुछ ऐसा हो जाए

-


13 MAR 2022 AT 19:49

होते हैं कई चहरे तहरीक के क़ाबिल

तस्कीन-ए-दिल के क़ाबिल हर चहरा नहीं होता

-


11 MAR 2022 AT 1:46

रूह ज़र्फ़,हया और गौर-ओ-फ़िक़्र

इनके बिना ज़िस्म फ़क़त ख़ाक़ है

-


11 MAR 2022 AT 1:37

यह बस सफर है जहाँ मैं हूं तुम हो
मुसाफ़िर रास्तों में रुका नहीं करते

तुम रूह थे वही आख़िर है तुम्हारा
मुहाजिर जिस्मो में रहा नही करते

-


11 MAR 2022 AT 1:15

बस एक मौके की फ़िराक़ में है

ज़िन्दगी मौत की तलाश में है

-


11 MAR 2022 AT 1:09

तेरी आँखों का कमाल है वरना

कौन डूबा है बिना पानी के

-


11 MAR 2022 AT 1:03

तुमको इल्म नहीं कि मैं तुमसे

ऐसे हारूँगा कि जीत जाऊँगा

-


10 MAR 2022 AT 13:28

सबसे बड़ी जंग भी इतनी बड़ी नहीं
जितनी बड़ी जंग है अपने आप से
ज़माने को जीतने की बस यही शर्त है
ख़ुद को जीतिए पहले अपने आप से

-


Fetching Iliyas Hussain Quotes