उनके व्यवहार ने कुछ ऐसा रंग दिखाया ।
कि हमने अपने जीवन को उजड़ा हुआ पाया ।।
पर फिर भी लगाते हैं उम्मीद दिल लगाने की ।
शायद कर ले वो कोशिश हमें मनाने की ।।
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पसंद को अपनी, कुछ इस कदर न पसंद आए ।
फिर भी उन्हें तबाह करने का हक दे आए ।।
इसलिए उनसे क्या ही शिकायत करें अब,
जब उनकी ख़ुशियों के लिए हर जगह माथा टेक आए ।।-
हम उनसे मोहब्बत कुछ इस तरह करते हैं|
कि उनको मनाने के लिए शायरियां लिखते हैं||
और फिर भी ना माने अगर वह,
तो उनके सजदे में हम अपना सर रखते हैं||-
हमेशा रूठ कर बैठ जाती हैं वह मुझ में कहीं|
हमेशा जो मैं उसकी बात मानता नहीं||
और जानते हैं मनाने में थोड़े कच्चे पड़ जाएंगे|
पर वह जितना गुस्सा हो जाए हमने हमेशा मनाएंगे-
वजह क्यों बनू मैं तेरी आंखों की नमी की |
जब तेरे होठों की मुस्कुराहट बनना मुझे अच्छा लगता है|
और इन सब में जो थोड़ा सा तुम्हारा दिल मैं दुखाता हूं|
बस फिर अपने आपको कोसता ही जाता हूं|
क्योंकि अपने सबसे खास को मैंने गलती से आंसुओं में भिगोया है|
पर तुम से ज्यादा मेरी जान तुम्हारे आशिक फूट-फूट कर रोया है||-
उनसे बात करने से ज्यादा, उन्हें तंग करने में मजा आता है|
और वक्त कितना भी निकालें उनके लिए,
हमेशा आखरी में कम ही पड़ जाता है||
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उदासियों के दिनों में भी |
उन्हें सोच कर मुस्कुरा देते हैं||
क्या गजब जादू है उनकी यादों का|
जो हमारे हर मर्ज को दवा देते हैं||
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जितना आंख भर कर देख ले उन्हें|
दूर जाने पर दिल को शिकायत हो ही जाती है||
और जब बैठे वह साथ चंद लम्हों के लिए ,
नाचीज से कोई ना कोई फरमाइश हो ही जाती है||-
उनके ख्याल में जगना भी मंजूर हो जाता है|
उन्हें सोचने सा मजा , नींद में कहां आता है||
पर अभी उनके इकरार का इंतजार रह जाता है|
लेकिन उन पर तब भी हमें बेशुमार प्यार आता है||
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जिनके साथ कभी वक्त का पता नहीं चलता था|
अब उनसे एक बार बात करने का वक्त नहीं होता है||
क्या अजब खेल है वक्त का,
दिल के सबसे ज्यादा पास हम से सबसे ज्यादा दूर होता है||-