खामखाँ ही तेरे इश्क़ में यहाँ
लोग मुझे बदनाम करते हैं___
हम तो हर रोज़ तुझसे मिलने को
इक पैग़ाम तेरे नाम करते हैं___-
☕ cհαí + cհαí ☕ = sukoon 💓
🎂25 𝖙𝖍 𝕯ECembeर 🎂💟
❤️जटाटवीगलज्जलप्रवाहपाव... read more
तुमसे पूछे कोई मोहब्बत क्या है
तुम बस मुझे सोच कर मुस्कुरा देना__-
ज़िद है उससे मिलने की
आज खुद से अदावत होने को है__
उसकी आँखे, उसकी आवाज क्या कहूँ
अब मुझे मोहब्बत होने को है__-
खत मे शायरी लिख के तेरे नाम की
तेरे नाम पे सनम इक पैगाम लिखूंगा__
बात चलेगी खूबसूरती की अगर
जाहिर मैं तेरे शहर का नाम लिखूंगा__-
इश्क़ तो सुना था ये गैर इश्क़ क्या है
तू है तो इश्क़ है तेरे बगैर इश्क़ क्या है __-
इक तरफ़ उससे मिलने की बेक़रारी है
इक तरफ़ कमबख्त ये बीमारी है__
ये सारी की सारी कैफ़ियत बड़ी मुश्किल है
इन लम्हों में भी तुझसे मोहब्बत जारी है __-
कुछ ख्वाब मेरी आंखों में
तेरे हसीन ख्वाबों के संग बनते हैं __
इक हकीकत रंगों की ये भी है
कि तेरी आंखों से कई रंग बनते हैं__-
बिखरती हैं जब भी जुल्फ़े तेरी
कहर बेमिसाल करती है __
निगाहें तेरी निगाहों से मेरी
बेखौफ़ सवाल करती है __
खौफ़ में रखती है मुझे
प्यार की इजाज़त भी मांगती हैं __
कम न हो जाये इश्क़ इसलिए
हर रोज़ मोहब्बत भी माँगती हैं__-
मेरे दिल का हसीन ख़्वाब हो तुम
मेरे सारे सवालों का जवाब हो तुम__
मैं जितना और जब तक लिखू तुझ पर
जो भरती नही मोहब्बत की वो किताब हो तुम__
मेरी ज़िंदगी को कुछ यूँ महका दिया है तुमने
यकीनन एक हसीन ग़ुलाब हो तुम __-
तेरा ख़्वाब इतना हसीन है
तो इस ख़्वाब को ताबीर करके देखते है __
सुना है तुझसे मिलके तक़दीर बदलती है
चलो तुझे अपनी तक़दीर करके देखते है __-