23 MAR 2019 AT 3:12

!!!! श्री राम !!!
ढाई अच्छर मे बधे वो विराट उपन्यास है,
जन्म से जो हो सुरू,अंतिम समय का साथ है
राम से बड़ा राम जी का नाम है l

भ्रात है भरत के जो, कौशल्या के लाल है
पुत्र दशरथ के है वो, कैकई के दुलार है
जानकी के वर है जो, हनुमान के भगवान है l
राम से बड़ा राम जी का नाम है l

क्षत्रिय सबसे श्रेष्ठ है,पर सरल सा स्वभाव है,
खुद है चारो वेद सम किंतु वशिष्ठ जी के छात्र हैl
साधुओं सा है चरित्र पर सजते तीर कमान है,
राम से बड़ा राम जी का नाम है l

सूर्यवंशी कुल के है जो पर चन्द्र सा मुखार है,
प्रतिग्या है सवॅपरी, बाकी सब निकाम है l
छोड़ गए राज पाठ, सिर्फ पिता का ही मान है,
राम से बड़ा राम जी का नाम है l

बिछड़ के जानकी से,औरो को मिलते गए
खुद को मारते रहे पर जन को तारते रहे l
मानव ही नहीं ,दानव का भी जो विराम है,
राम से बड़ा राम जी का नाम है l

अब दिए जल उठे है बस राम का इन्तजार है,
पौरुष देख हर जन जन मे हर्षोल्लास है l
आ गया है भारत में अब "राम राज" है
राम से बड़ा राम जी का नाम है l

जन के जो आरोप जानकी पर जा लगे,
भेज सीता को अग्नि मे सारे आरोप जल मरे l
सीता आ गयी आग से, पर राम जल मे जल उठे l
राम है वो चरित्र जो हर सवाल का जवाब है

- ©हितेश गुप्ता "साखी"