और यह केवल कहने को बात नही है बल्कि दुनिया के महान व्यक्तियों द्वारा यह साबित भी हो चुका है इंसान का अवचेतन मन जो सदैव कार्यरत रहता है यदि हम अपने विचारो को अपने अवचेतन मन तक पहुंचा सके तो हम वो सब कर सकते है जो हम सोच सकते है।
हमारा अवचेतन मन हमारे वास्तविक मन से बहुत विशाल और चमत्कारी है यदि हमे पूर्ण विश्वास हो जाता हैब्तो वह ऐसी परिस्थितियां उत्पन्न कर देता है और हमे वह प्राप्त हो सकता है जिसमे हम विश्वास रखते है।
एक दिया जला दो हिंद प्रेम का हो जाए रोशनी चारो ओर फैल गया जो अंधकार है हो फिर एक वो उजली भोर प्रीत से बढ़कर कुछ भी नही है समझ सको जो इसका मोल मिट गया ये अंधकार जो होगी खुशियां फिर चारो ओर।
प्रेम गीत है, प्रेम गजल है प्रेम प्रतिज्ञा, प्रेम सजल है उनसे पूछो जिसे हुआ है प्रेम कोई व्यापार नही है क्यों की प्रेम तो वो एहसास है जो पावन है और निश्छल है।