#Life_Motivation
जीवन से बढकर कुछ भी नहीं
हो चाहे जैसी परिस्थिती
चाहे कुछ भी न बस में रहे
यह जीवन है तुझे जीना है
जीवन से बढ़कर क्या है यहां
इंसान क्यू इतना घबरा रहा
हो चाहे जैसी परेशानी
यह जीवन है तुझे जीना है
हर दर्दे जखम को पीना है
संघर्ष यहां हर मोड पे है
यहा कोई नहीं तेरा रखवाला
तू खुद का रखवाला बन जा
जो आए संकट कोई तो
तू अपना मशीहा खुद बन जा
तुझे हार नहीं बरदाश्त तो सुन
तू खुद का बाजीगर बन जा
खुद से ही खुद को जीत ले तू
अपने मन का तू सिकंदर बन जा ।-
जब तक मन एकाग्र नहीं होगा,
और काम में ध्यान नहीं होगा,
तब तक कोई काम नहीं होगा।-
इंसान जो सोच सकता है उसे कर भी सकता है
और यह केवल कहने को बात नही है बल्कि
दुनिया के महान व्यक्तियों द्वारा यह साबित भी हो चुका है
इंसान का अवचेतन मन जो सदैव कार्यरत रहता है
यदि हम अपने विचारो को अपने अवचेतन मन तक पहुंचा
सके तो हम वो सब कर सकते है जो हम सोच सकते है।
हमारा अवचेतन मन हमारे वास्तविक मन से बहुत विशाल और चमत्कारी है यदि हमे पूर्ण विश्वास हो जाता हैब्तो वह ऐसी परिस्थितियां उत्पन्न कर देता है और हमे वह प्राप्त हो सकता है जिसमे हम विश्वास रखते है।
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डायरी: 02 हिंद प्रेम
एक दिया जला दो हिंद प्रेम का
हो जाए रोशनी चारो ओर
फैल गया जो अंधकार है
हो फिर एक वो उजली भोर
प्रीत से बढ़कर कुछ भी नही है
समझ सको जो इसका मोल
मिट गया ये अंधकार जो
होगी खुशियां फिर चारो ओर।
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डायरी : 01 प्रेम
प्रेम गीत है, प्रेम गजल है
प्रेम प्रतिज्ञा, प्रेम सजल है
उनसे पूछो जिसे हुआ है
प्रेम कोई व्यापार नही है
क्यों की प्रेम तो वो एहसास है
जो पावन है और निश्छल है।
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