कुछ रहेगा समय के साथ कुछ पलभर में सिमट, इसी समय में रह जाएगा
कुछ भी नहीं है शाश्वत यहाँ, सब कुछ पल-पल में गुज़र जाएगा
जो तुम समझ रहे हो रिश्ते जन्मों-जन्मों के, यह खेल मौत तक दम तोड़ता छोड़ जाएगा
कुछ भी नहीं है शाश्वत यहाँ, सब कुछ पल-पल में गुज़र जाएगा
जो चल रहा है कदम-कदम पर सिक्कों का खेल चारों ओर यहाँ, कौन सिक्का अब किस काम आएगा
कुछ भी नहीं है शाश्वत यहाँ, सब कुछ पल-पल में गुज़र जाएगा-
Insta I'd :- himanshutoma... read more
जीवन में कोई तो रहे ऐसा, न कोई दूजा हो वैसा
न हो कोई ख़ुशी की ख़्वाहिश, न हो किसी ग़म से वास्ता
"हिमांश" जिसमें हो ईश्वर का हर अंश, जो मृत्यु तक का तय करे रास्ता
💐परमात्मने नमः💐-
सवालों की दुनियाँ में तुम जवाब ढूंढते हो,
कितने नादाँ हो तुम जो हरबात ढूंढते हो
वक़्त के साथ क्यों बढ़ते ज़ज़्बात ढूंढते हो
"हिमांश" आख़िर क्यों सवालों की दुनियाँ में तुम जवाब ढूंढते हो...-
जितना जीना नहीं है उतना समान लिए बैठा है,
ये इंसान भी न जाने कितने अरमान लिए बैठा है
घट रही है पल-पल मृत्यु यहाँ सभी आयामों पर,
फिर भी ये इंसा न जाने कितनी दुकान लिए बैठा है
जितना जीना नहीं है उतना समान लिए बैठा है,
"हिमांश" ये इंसान भी न जाने कितने अरमान लिए बैठा है...-
जीवनभर सीखने और समझने के बाद आप
अन्त समय तक आते-आते यह जान जाओगे कि
यहाँ पर जीवन जीने के सिवाय सीखने और समझने के लिए कुछ भी न था॥-
मेरा ख़ुदा मुझे सम्भाल रखता है,
मुझ पर अपने रहमोकरम की ढाल रखता है
मेरा ख़ुदा मुझे सम्भाल रखता है,
गिरता हूँ जितनी भी दफ़ा वो दामन में डाल रखता है
मेरा ख़ुदा मुझे सम्भाल रखता है,
हरवक़्त रहती है रहमत उसकी सर पर मेरे,
वो न जानें कितनों की पगड़ी उछाल रखता है
मेरा ख़ुदा मुझे सम्भाल रखता है,
"हिमांश" जो हैं क़ैद इस जहां में किसी की दो पल की आज़ादी में,
वो ख़ुदा ही ख़ुद तेरा हरदम ख्याल रखता है
मेरा ख़ुदा मुझे सम्भाल रखता है॥
◆मेरे राम◆-
इस साल के जन्मदिन की आपको हार्दिक बधाई हो कि आपकी ज़िन्दगी का एक साल कम हो गया है। परमात्मा आपको हर पल चेतना से चेताए रखे जिससे आपके साथ सभी में भी चेतना और ध्यान के रूप में परमात्मा का आशीर्वाद मिल सके। पुनः आपको इस जन्मदिन की हार्दिक बधाई हो।
परमात्मने नमः-
◆रह जाएगा◆
खुले आसमां के तले धरा का हर हिस्सा धरा पर ही रह जाएगा,
जो हो रहा है अभी इस पल के हर कल में वो पल कल पर रह जाएगा,
क्या लाया था और क्या ही लेकर जाएगा, सब यहीं का यहीं पर ही रह जाएगा
क्यों करता है अभिमान प्रतिपल, यह अभिमान इसी जगह का ही हो यहीं रह जाएगा
हे मेरे नादां बन्दे! जीता चल तू हर पल को, अन्त में यह पल पल में ही रह जाएगा
खुले आसमां के तले "हिमांश" धरा का हर हिस्सा धरा पर ही रह जाएगा, रह जाएगा॥
कुछ भी नहीं है शाश्वत यहाँ समय के सिवा, अंत काल में समय भी बहता हुआ रह जाएगा...-
कभी दुखों के पीछे छुपना नहीं है, सुखों के आगे झुकना नहीं है
प्यारे ये सभी जीवन की मंझधार है, यहाँ कहीं पर भी फंसना नहीं है
जो भी हो रहा है या हो चुका है जीवन में होने दो यह पलभर का खेल है
जियो जीवन को समग्रता(पूर्णरूप) से, यही जीवन के रंगों का मेल है
💐🙏आपको और आपके समस्त परिवार को रंगों के त्यौहार होली की हार्दिक शुभकामनाएं🙏💐
~आपका प्रिय हिमांशु तोमर-
एक कमरा जो मेरा आशियाना है,
इसमें आता ही सिर्फ़ एक बिस्तर है, जो मेरा ठिकाना है
मुझसे कहता रहता है हर वक़्त ये आशियाँ मेरा
क्या तेरा इस ज़माने में भी कोई अपना या बेगाना है
एक यही कमरा जो अब मेरा आशियाना है...
यही मेरा हमदर्द, हमसफ़र और सारा ज़माना है....-