सूरज🌄 के मुसाफिर जो बने हो तो सोच लो,,,
इस रास्ते में प्याज का दरिया भी आएगा ।
कमरा ही बंद है तो हवाओं का क्या कसूर,
खिड़की जो खुली है तो झोंका भी आएगा.......!-
वो शख़्स हमें अखबार समझता है.....
ये बात अलग है कि तुम ना बदलो मगर,
जमाना बदल रहा है ...
गुलाब पत्थर पर खिल रहे हैं,
चराग आंधी में जल रहा है ।
यही जुनून यही एक ख्वाब मेरा है,
वहां चिराग जला दूं जहां अंधेरा है........!-
ये दर्द तूने दिया है तो कोई बात नहीं,,,
यही वफ़ा का सिला है तो कोई बात नहीं....!-
💔💔💔💔
मतलब के सब रिश्ते नाते,
मतलब के सब यार।
मतलब के सब संगी साथी,
मतलब का संसार।।-
💔💔💔
अब तेरे दिल में मेरा,
किरदार न रहा ।
तेरे प्यार का भी मैं,
हकदार न रहा।
दोस्त-दोस्त न रहा प्यार प्यार न रहा.....!-
👁️नज़रों पे पड़ी छाप,,,
नज़रिया बन गए।
हंसी बन गए, नमी बन गए,
तुम मेरे आसमां मेरी जमीं बन गए........!-
❤️
ये मायने नहीं रखता कि आपने किसे प्रेम किया,,,,
मायने रखता है कि किसने आपसे प्रेम किया.......!-
ये मित्र-वित्र ,,,,,,,, सब कहने की बात है........
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दोस्ती रखना या न रखना,
लेकिन,,,,,दोस्ती को शर्तों से दूर रखना.....-