Himanshu Puri   (अधूरा एक खत💌)
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Joined 20 November 2019


Joined 20 November 2019
15 JAN 2022 AT 23:10

बड़ा फूट फूट रोए थे याद में तेरी
बड़ा फूट फूट रोते हैं।
बड़ी मुद्दत बाद मिले हंसते हुए
कुछ लोग ऐसे भी होते हैं।

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15 JAN 2022 AT 23:07

बातें होने लगी हैं उससे
हां मगर ज़रा कम होती हैं
मैंने क्या पाया क्या खोया का हिसाब नहीं पूछता
हां अब मैं उससे कोई सवाल नहीं पूछता।

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31 DEC 2021 AT 20:15

मैं ठीक हूं कहूंगा तो मान लोगी क्या...?
क्यों अब तुम मेरे धड़कनों को महसूस नहीं कर पाती हो क्या....?
और कल से नया साल शुरू हो रहा है तो कल से
फिर एक नई शुरुआत करोगी क्या..?
छत पर आकर फिर मुझसे बात करोगी क्या..?

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6 OCT 2021 AT 20:09

भुलाया कुछ ऐसे ही उन्होंने हमें
जैसे की वो इसी फ़िराक में था कब से।

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7 SEP 2021 AT 13:38



क़ीमत समझ ही नहीं पाया उसकी जब तक कि वो साथ बैठा था। अब वो खाली पड़ी कुर्सी मुझसे बात ही नहीं करती। 😔

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2 SEP 2021 AT 15:15

Koi tumse pyaar naa kare isse tumhara pyaar kam nahi ho jaata ... tumhara pyaar kaafi hai ... tum kaafi ho
(Siddharth shukla)
(Broken but beautiful)

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1 SEP 2021 AT 13:06

यूँ तो कोई ऐब मुझमें है नहीं पर नशे में रहने लगा हूँ
तुम्हें पढ़ने सोचने और लिखने का जो ये नशा मुझ पर सवार हैं।

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1 SEP 2021 AT 12:28

क्या संभाल कर रखा हैं तुमने वो सब
जो मैंने तुम्हे दिया था।
क्योंकि तुम्हारे दिये हुए सारे दर्द तकलीफ़े परेशानियां
बहुत सहेज़ कर रखा है मैंने।

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29 AUG 2021 AT 23:18

कुछ बचपने से शुरू हुआ था जो इश्क़
उसने बुढ़ापे तक दम नहीं तोड़ा।
बचपन में कही गई बातों को उसने
आख़री साँस तक निभाया।

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15 AUG 2021 AT 11:27

ऐ वतन
वतन मेरे आबाद रहे तु 🇮🇳
(जय हिंद)
(सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्ताँ हमारा।)
स्वतंत्रा दिवस की बधाईया।

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