मैं ख़ुद में मौन चाहता था,
पर मैं अब सब के लिए ख़ुद से मौन हूँ..-
17april🎂
प्रयागराज (इलाहाबाद)
Himanshukushwaha_1719
#pagluu 😊
मैं ख़ुद में मौन चाहता था,
पर मैं अब सब के लिए ख़ुद से मौन हूँ..-
कहानियों की हसरतें करते हुए हम,
बन रहे हम खुद की कहानियों के किस्से....-
वो मिला रहे है नज़रे दुनिया से,
जो ख़ुद है फ़रेब ख़ुद के लिए...-
शायद ये शहर की उपलब्धि ही होगी,
गाँव से आये लोग अब गाँव दिये जलाने नही आते...-
अब कटेगी उम्र शिकायत करते,
अगर तुम ना होते तो नफ़रत करते...-
है ये घर जिसमें सब साथ सही,
है ख़ुश सब यहां,
पर कोई किसी से ख़ुश नहीं....!-