मूकं करोति वाचालं,पङ्गुं लङ्घयते गिरिम्।
यत्कृपा तमहं वन्दे,परमानन्द माधवम्।।
मैथिली भावार्थ-
जिनकें कृपा सँ बौक-बधिर व्यक्ति खूब वाचाल भ३ जाइत छै तथा अपङ्ग पहाड़ चढय में सक्षम होएत छै,ओहि परमानन्दस्वरूप मध्वरि भगवान् श्रीकृष्ण केँ हम प्रणाम करैत छी।
झोपाख्यः हिमांशुः।
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20 MAY 2019 AT 12:54