हम पर क्या गुज़री है बतलाएँ क्या
खैर छोड़ो अब तुम्हें जतलाएँ क्या-
Ca student
Home town -varanasi (up) ,bday-27dec
Live in delhi,
अज़नबी जब एक चेहरा हो जाता है
घाव दिल में तब गहरा हो जाता है।
आवाज होती है जब दिल टूटता है
सुनते हम हैं बस वो बहरा हो जाता है।-
बड़े दिनों बाद याद तुम्हारी आई है
कुछ ग़म अपने साथ हरे कर लाई है।
जो रिहा हो गए थे पिंजरे से परिन्दे
उन्हें फिर से पिंजरे में कैद कर लाई है।-
नफ़रत और प्यार बड़ी अजीब चीज़ हैं
जब प्यार होता है तब नफ़रत नहीं होती
जब नफ़रत होती है तब प्यार नहीं होता।
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