संकल्प की सिद्धि से
पहले कोई आराम
नहीं-
यूं ही तन्हा नहीं हुएं हम
इसके पीछे अपनों की वफ़ा है
कभी हम भी महफ़िले सजाया करते थे
पर आज यूं तन्हा रहना अच्छा लगता है-
छोटी सी जिंदगी है
इसलिए
हर लम्हा खुश रहो...
कोई रूठा हो आपसे
तो
उसे मनाने की कोशिश करो
कल किसने देखा है
इसलिए
खुश रहो और दूसरे को खुशियां बांटों
-
तुम लोग।
जो मुझे सताया करते थे।
उदास होती तो हंसाया करते थे।
वो प्यार भरे रिश्ते थे मेरे ,
जो अबभी मुझे याद आते है।
खो गए सभी वक्त के भंवर में कहीं,
जो हर पल मेरे साथ होते थे।
वो आज अजनबी की तरह हाथ मिलाते है।
जो अपनी जिंदगी की हर छोटी बात बताया करते थे।
कहीं मिले वो किसी मोड़ पर ,
तो मेरा संदेश देना,
की मैं आज भी उनका इंतजार कर रही हूँ।
मैं आज भी उनकी सच्ची दोस्त हूँ।-
तुमने रिश्ता बनाया था
तेरे झूठ पकड़े गए
ओर रिश्ते की डोर छुट ती गई-
हमसे तुम्हें बार-बार माफ करना
तुम ग़लती करते रहो
ओर हम माफ़ करते रहें
ऐसा मौका इस बार ना देगें
अब दिल दुखाने का-