Himalaya  
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Joined 14 April 2022


Joined 14 April 2022
8 MAY 2022 AT 20:41

स्वयं
जो अभी तक
अपनी पूरी क्षमता तक
नहीं पहुंचा है, अनुभवहीन है,
वह माँ शब्द की व्याख्या क्या करेगा!

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5 MAY 2022 AT 12:14

लड़की के
विवाह से कुछ समय पहले से
भाई, कुछ और अधिक भाई लगते हैं ।
पिता, कुछ और अधिक पिता लगते हैं।
माँ, थोड़ी और अधिक माँ लगती है ।
सहेली,कुछ और अधिक सहेली लगती है ।

और घर...
सिर्फ यही बेगाना लगता है।

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4 MAY 2022 AT 20:52

लिखने को बहुत हैं बातें
सोचता हूं लिखूंगा किसी दिन
कहने को बहुत हैं किस्से
सोचता हूं कहूंगा किसी दिन
पर आयेगा कब यह
इंतजार है बस इसी किसी दिन का।

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4 MAY 2022 AT 9:51

प्रकृति हर पल-खुशीयां लुटाए ।
मानव मन में फिर विषाद क्यूँ है?
धर्म सभी प्रेम सिखलाएँ
दुनिया में फिर ये विवाद क्यूँ है?

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3 MAY 2022 AT 22:23

जो हर जुर्म में,
चाहे संगीन हो या रंगीन
साथ होती है।

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3 MAY 2022 AT 21:13

वह अनकही मेरी बातें
और, ये बेबुनियाद तेरे ख्याल

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