जाने ना जाने, किसी अपने ने बड़ी तकलीफ़ दी हैं,
अपना कह कर मुझसे बड़ी बदसलूकी की हैं,
धोका देना ही था तो अपना कहाँ ही क्यों,
और अपना कह कर छोड़ने की गलती क्यों की हैं..-
By profession I am Sr. Design Engineer. Design is passio... read more
ज़िंदगी बड़ी ही बेतरतीब हैं।
जिससे इश्क़ करो अक्सर वो ही छोड़ जाता हैं..-
किसी ग़ैर को क्या ख़बर मैं किन रास्तों से गुज़रा हूँ,
बस कोई और ना गुज़रे ये नसीहतें देने निकला हूँ,
बड़ी मुश्किल से सम्भाला हैं, खुद को,
कोई और ना टूटे बस, सहारा देने निकला हूँ…-
ख़ैर आज खुद से मिल कर बड़ी ख़ुशी हुई,
जिन ग़लत फ़मियों का शिकार थे, आज उनसे छूटे छूटे लगते हैं…-
क्या हुआ अगर मैं अकेला था अब तक,
ज़रूरी हैं क्या झूठे रिश्तों में पड़ना..
माना मोहब्बत करके लोगों को तजुर्बे होते हैं,
उन्हें भी तो देखो जो दूसरों के दुखो को तजुर्बे लेते हैं..
बेशक अकेले रहना पसंद था मुझे,
अब किसी के साथ की पूरी ख्वाहिश हैं…-
Hope so there is filter in a life like camera,
Everything will be filter, people thoughts, there negativity everything..
Hope so…-
भला कोई कैसे किसी को समझाए,
I am perfect for you.
क्यूँ कोई ये नहीं समझता की,
I will always be with you.
कोई कैसे बताए,
Let me enter in your life.
तुम्हें कैसे बताए,
I love you..-
दोस्त ये शब्द अपने आप में ही बहुत कुछ बयान करता हैं,
किसी की नाराज़गी, ग़ुस्सा, किसी की नापसंद और पसंद
सब बर्दाश्त करनी होती,
पर ये ज़रूरी हैं की हर रिश्ते के मायने रखे जाए,
किसी से यूँ ही कह दिया जाए,
की तुम्हारी ज़रूरत नहीं, रिश्ते अक्सर बड़ी मुश्किलों से बनते हैं
और उसे संजोना अपने हाथ में होता है,
दो अनजान सखस एक अनजान रिश्ते में..-