यदि पुरुष रसोई में काम कर ले, तो उसकी इज्जत जाती नहीं, बढ़ जाती है घर में भी और समाज में भी। क्योंकि वह जरूरत पड़ने पर घर और घर की महिलाओं के साथ खड़ा है।
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“अच्छा चेहरा या अच्छे विचार चयन आपका है।”
अच्छे चेहरे से आकर्षित होकर आप उसे पाने के लिए गलत रास्ते पर चल सकते हैं परन्तु अच्छे विचारों से आकर्षित होकर आप गलत रास्ते को छोड़ सकते हैं।
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तरीकों की कोई कमी नहीं है।
बेईमानी भी पूरी ईमानदारी के साथ हो रही है।
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मेरे देश की पावन ये धरती,
रखना इसे सम्भाल के।
लगने न देना कभी,
छींटे भेद-भाव के।।
जन्में यहाँ कई देशभक्त,
संत भी कमाल के।
देश के लिए जो मर मिटे,
अवतार थे भगवान के।।
चाहे भगत, सुभाष हो,
रानी हो या इकबाल हो।
कर गये जो देशभक्ति से,
अमिट दिलों पे छाप वो।।
मेरे देश की नदियों का,
रहा है अस्तित्व वो।
पूजन करें, हम माँ कहें,
शीतल करें वो चित्त को।।
चाहे राणा, शिवाजी हो,
या पन्नाधाय की बात हो।
गर्व हैं कि मुझको,
मेरा देश प्रेरणा स्रोत वो।।
हो विश्व में शांति,
करुणा,दया,समानता।
वो बुद्ध ही थे जिसने,
जाना परम् ज्ञान को।।
हर-हर कहें, जय घोष
के नारों की गूंज हो।
तिरंगे की शान में,
हम भी कभी शहीद हो।।
करें धन्यवाद उनको हम,
ये जीवन उनकी देन है।
आओ करें जय गान हम,
झुका के अपने शीश को।।
रचना-स्वरचित/मौलिक
नाम-हेमलता वर्मा ‛साधारण’
स्थान-आगरा-
“बुरी संगति जीवन की गति की दिशा बदल देती है।”
बुरा सिर्फ तब नहीं होता
जब कोई दुर्घटना हो जाए,
बुरा तब भी होता है जब गलत को
खुशी खुशी अपना लिया जाए।
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दुनिया सफल व्यक्ति को ही जानती,
पहचानती और मानती है।
“परेशानियों ने हमें जीतने नहीं दिया”
कहने से बेहतर है एक बार फिर
पहले से भी ज्यादा मजबूती के
साथ खड़े हो जाओ।
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अत्यंत गरीब होकर भी अतिथि सेवी थे।
जिन्हें पाकर गुरु भी धन्य हो, ऐसे शिष्य थे।
विश्व में भारत को पहचान दिलाई, ऐसी शख्सियत थे।जिनका जन्मदिवस ‛राष्ट्रीय युवा दिवस’,
वह आध्यात्मिक गुरु ‛स्वामी विवेकानंद जी’थे।-
अपने हिस्से का भी खाना खिला देती है माँ.....
इसीलिए आखिर में खाना खाती है माँ.....-
ठग किसी का भी रिश्तेदार नहीं है,
यह कभी अनजान बनकर आता है,
कभी कोई पहचान का ही है। बचेगा वही,
जिसे किसी पर भी विश्वास नहीं है।
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