ham us waqt apne manjil ke kareeb hote hai jab pdhte -pdhte din bhar ki thakan ke bad bhi rajai ke ander khuli aankhon me neend ki jagah sapne muskurate✍️
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Jab mehnat krte -krte Or krte krte...
is mehnat se thakan ki jagah..
chehre pe mushka Or aanand ane lge..
tb samjh jayega ki.... ki ham safalta ke bhut nazdik a gye hai 🙏-
क्या बतायें तुम्हें क्या हाल है मेरे दिल का ।
हर तरफ ढूँढती निगाह ,नाम बस तेरा ही लिखा।।-
जिनको मानिये,
उनकी हर एक बात मानिये।
(निश्चित ही प्रेम और विश्वास बरकरार रहेगा।)-
मेरी चाहत को, वो अब मेरी कमी बताते हैं।
कि....... तुमने जिसे अपना माना,
उसे ही अपना सब कुछ माना।।-
आप मे हम ,
हम मे आप सा ,
अहसास होने लगा है।
ऐसा लगता है कि,
खोयी हुई मोहब्बत का,
मिलने सा अहसास होने लगा है।।-
वो हमसे बात नहीं करते इसलिए कि हम उनसे रूठे जो रहते है। अब ये उन्हें हम कैसे बताये कि हम रूठते ही इसलिए है। क्योंकि हमे उनका मनाना जो पसंद है।।
सायद इसलिए ही.......वो मनाते रहते है।
और हम रूठते रहते है।।❤-
पाना ही यदि चाहत हैं, तो कान्हा रुकमणि के न होते।
रह जाता यह प्रश्न चिन्ह , पर श्रृंगारिक वो न होते।।
यही तो प्रेम कि पराकाष्ठा है....
वरना राधे श्याम दो जिस्म एक जान न होते।।-
भूले बिसरे बातों का एक बीता इतिहास हैं ये।
संघर्षो से भरा है जीवन, ऐसे संघर्षी इंसान हैं ये।।
कि खुद को दर्द मे रख के जीते, ऐसे साहसी व्यक्तित्व हैं ये।
और हम सबकी तकदीर जो लिख दे, ऐसी एक मात्र कलम हैं ये।।
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आगमनात्मक सी हो गयी है ,जिंदगी हमारी।
बस उदाहरण मे बीती है ,जिंदगी हमारी।।
इस जीवन मे अब तक नही लगा कोई,
सूत्र और न ही कोई नियम......
संशलेषित से विश्लेषित हो गयी है, जिंदगी हमारी।।-