चलो थोड़ा ही सही सताने के लिए आमेरे हर पहलू मुज़को ही बताने के लिए आ...इश्क़-ए - दरिया चल आग का ही सही बस थोड़ा मुज़को जलने के लिए आ..Hemisha Shah -
चलो थोड़ा ही सही सताने के लिए आमेरे हर पहलू मुज़को ही बताने के लिए आ...इश्क़-ए - दरिया चल आग का ही सही बस थोड़ा मुज़को जलने के लिए आ..Hemisha Shah
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इश्क के पहलू जान चूका हू खुद को खुद में फिर पहचान चूका हू||तू आए औऱ नज़रे झुकाए औऱ फिर तेरे दिलकी हर दहलीज़ लांग चूका हू ||Hemisha Shah -
इश्क के पहलू जान चूका हू खुद को खुद में फिर पहचान चूका हू||तू आए औऱ नज़रे झुकाए औऱ फिर तेरे दिलकी हर दहलीज़ लांग चूका हू ||Hemisha Shah
ना कोइ पाबंदियां इसदिल पे लगा रखी हैं बस एक जगह ख़ाली वहां रखी हैं फुर्सते ऐसी ज़िंदगी में सदा रखी हैं तेरी महोब्बत इन नज़रो में सजा रखी हैं तू आए औऱ नज़रे उठाऊ औऱ झुकाउ बस इसलिए थोड़ी हया बचा रखी हैं Hemisha Shah -
ना कोइ पाबंदियां इसदिल पे लगा रखी हैं बस एक जगह ख़ाली वहां रखी हैं फुर्सते ऐसी ज़िंदगी में सदा रखी हैं तेरी महोब्बत इन नज़रो में सजा रखी हैं तू आए औऱ नज़रे उठाऊ औऱ झुकाउ बस इसलिए थोड़ी हया बचा रखी हैं Hemisha Shah
ज़िंदगी में सब्र का सबक सीखना होगा औऱ फिर हर बातको हिसाबसा कागज़पे लिखना होगा Hemisha Shah -
ज़िंदगी में सब्र का सबक सीखना होगा औऱ फिर हर बातको हिसाबसा कागज़पे लिखना होगा Hemisha Shah
नज़रो से बयां हो जब बाते फिर ये कागज़ ये कलम ये गज़ले सब फुज़ूल हैंHemisha Shah -
नज़रो से बयां हो जब बाते फिर ये कागज़ ये कलम ये गज़ले सब फुज़ूल हैंHemisha Shah
तब्बसुम पे तेरे युही मरते थे इसलिए हर शाम इंतज़ार करते थे ये मोजो की सिलवटों को देखा करते थे समंदर के सामने आँखों से औऱ समंदर बरसे थे Hemisha Shah -
तब्बसुम पे तेरे युही मरते थे इसलिए हर शाम इंतज़ार करते थे ये मोजो की सिलवटों को देखा करते थे समंदर के सामने आँखों से औऱ समंदर बरसे थे Hemisha Shah
ज़िंदगी के आखिर में गले लगाया ए वफ़ात तूने क्या जादू चलाया ..Hemisha Shah -
ज़िंदगी के आखिर में गले लगाया ए वफ़ात तूने क्या जादू चलाया ..Hemisha Shah
1)સંકેત મળ્યો પ્રેમાળ નજરનો વ્યાકુળ મન 2)બંધન કેવું રાધા કૃષ્ણ અજોડ વિરહ સાખે hemisha Shah -
1)સંકેત મળ્યો પ્રેમાળ નજરનો વ્યાકુળ મન 2)બંધન કેવું રાધા કૃષ્ણ અજોડ વિરહ સાખે hemisha Shah
तेरी ज़िंदगीमें अब शामिल नहींमत समझना के मैं तेरे काबिल नहीं Hemisha Shah -
तेरी ज़िंदगीमें अब शामिल नहींमत समझना के मैं तेरे काबिल नहीं Hemisha Shah
मेरे दिल के फेहरिश्त को तुम पढ़ सकोगे तो फिर तुम महोब्बत कमाल कर सकोगे Hemisha Shah -
मेरे दिल के फेहरिश्त को तुम पढ़ सकोगे तो फिर तुम महोब्बत कमाल कर सकोगे Hemisha Shah